हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद द्वारा दीपावली की पूर्व संध्या पर गढ़वाली कवि सम्मेलन आयोजित किया गया

अरविंद कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद् श्रीनगर गढ़वाल के सम्मानित सदस्यों ने दीपावली पर्व की पूर्व संध्या पर कविराज नीरज नैथानी के आवाज पर गढ़वाली कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। बैठक में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर श्री गणेश की पूजा अर्चना,स्वास्ति वाचन तथा स्त्रोतों के गायन से परिवेश को आध्यात्मिकता से परिपूर्णित कर दिया । तत्पश्चात वीरेन्द्र रतूड़ी बिट्टू भाई ने जनक पुरी में श्रीराम लक्ष्मण के प्रवेश करने पर सीता मैय्या की सखियों के द्वारा युगल भ्राता का आंखों देखा वर्णन का प्रभावशाली गायन किया। अजय चौधरी ने एक के पश्चात दूसरा गीत प्रस्तुत कर बैठकी को संगीत की महफ़िल में बदल दिया। वरिष्ठ रंगकर्मी विमल बहुगुणा ने ढपली की छन छन के साथ अपने निराले अंदाज में गायन किया। डॉ०प्रकाश चमोली ने इस अवसर पर संस्कृतमय प्रस्तुतियों के माध्यम से दीपावली पर्व की शुभकामनाएं प्रदान की। मीनाक्षी चमोली ने भी मधुर स्वर में भजन गाकर गोष्ठी को उत्कर्ष पर पहुंचा दिया। जय कृष्ण पैन्यूली ने गीत व गजल की प्रस्तुतियों से संध्या को अविस्मरणीय पलों में संजो दिया।शम्भू प्रसाद भट्ट स्नेहिल ने भी मनभावन गीत पढ़कर अपनी महत्वपूर्ण उपस्थित अंकित की।इस अवसर पर डॉ०राजेश जैन, गढ़कवि देवेन्द्र उनियाल, शुभम जैन,कौशल्या नैथानी,माधुरी नैथानी,प्रणव नैथानी,कु समीक्षा नैथानी ,कु प्रतिष्ठा नैथानी, सिद्धार्थ नैथानी आदि ने समवेत स्वर में गायन कर संगीतमयी समापन किया।