प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। राजकीय मेडिकल कॉलेज में एम.डी., एम.एस., डीएनबी (डिग्री) एवं डीएनबी ( डिप्लोमा ) पी.जी. कोर्स की 50 सीटों में से 33 सीटों पर एडमिशन हो चुके है। पीजी कोर्स के लिए पीजी रेजिडेंट चिकित्सक मिलने से बेस चिकित्सालय में मरीजों के इलाज में गुणात्मक इजाफा होगा। जबकि 17 सीटों पर एडमिशन की प्रक्रिया जारी है। पीजी में प्रवेश लेने के लिए उत्तराखंड ही नहीं पूरे भारतवर्ष के विभिन्न प्रांतों से यहां पीजी करने के लिए डॉक्टर पहुंचे है। पी.जी. का कोर्स पूरा होने पर प्रदेश को स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी प्रचुर संख्या में मिल पायेगे।
मेडिकल कॉलेज के विभागों में राज्य के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा.धन सिंह रावत के अनुपम प्रयासों की बदौलत संसाधनों के साथ ही फैकल्टी की कमी काफी हद तक दूर करने के बाद यहां 16 विभागों में पीजी कोर्स की स्वीकृति मिली है। 50 सीटों की स्वीकृति मिलने के बाद यहां विभिन्न विभागों से पीजी कोर्स की शुरुआत हुई है। मुख्यमंत्री की घोषणा के उपरांत शीघ्र ही कैथ लैब की स्थापना प्रक्रिया भी गतिमान है
डीएनबी पीजी डिग्री कोर्स के लिए सर्जरी विभाग में 03, मेडिसिन में 02, आर्थो में 02, डर्मेटोलॉजी में 02 व एनेस्थीसिया में 01 तथा एम.एस./एम.डी. की सीटों पर ऑपथैल्मोलॉजी में 02, फिजियोलॉजी में 01, माइक्रोबायोलॉजी में 03, पैथालॉजी में 02, कम्युनिटी मेडिसन में 02, फॉरेंसिक में 02 सीटे भर चुकी है। जबकि पीजी डिप्लोमा कोर्स हेतु पीडिया में 03, गायनी में 02, एनेस्थिसिया में 04 सीटें भर चुकी है। अस्पताल में पीजी की सीटें आने के बाद मेडिकल कॉलेज में जहां पीजी कोर्स कराने से स्पेशललिस्ट डॉक्टर मिलेगे साथ ही बेस चिकित्सालय में पीजी रेजिडेंट चिकित्सक मिलने से अस्पताल में मरीजों को चिकित्सा सेवा और बेहतर मिल पायेगी।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने बताया कि डीएनबी पीजी डिग्री कोर्स एवं पीजी डिप्लोमा तथा एमडी/एमएस कोर्स की 50 सीटों की स्वीकृति मिली थी, जिसमें 33 सीटों पर एडमिशन हो गया है। बाकी बची 17 सीटों पर एडमिशन प्रक्रिया गतिमान है। यहां उत्तराखंड के साथ ही ऑल इंडिया कोटे के तहत विभिन्न प्रांतों से पीजी करने के लिए डॉक्टर पहुंचे है। डॉ.रावत ने संस्थान की प्रवेश समिति के सभी सदस्यों के साथ साथ नवागन्तुक पीजी छात्र छात्राओं को संस्थान की तरफ से आने वाले समय में मानवता के गुणों से भरपूर आदर्श स्पेशलिस्ट चिकित्सक बनने शुभकामनाएं दी हैं, जिससे कि भविष्य में यही विशेषज्ञ चिकित्सक बनने के उपरांत समाज, देश व विदेश में नाम रोशन करें।