रुद्रप्रयाग – शिव-पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण में आयोजित हुआ वामन द्वादशी मेले के अवसर पर भगवान नारायण एवं क्षेत्रपाल की मूर्ति की पूजा-अर्चना के बाद चांदी की थाल में सजाकर मंदिर की परिक्रमाएं की गई। इस दौरान उपस्थित भक्तों ने भगवान के वामन रूप के दर्शन कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की गयी। प्रतिवर्ष जनपद के सीमांत गांव त्रियुगीनारायण में शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन भगवान विष्णु के वामन रूप में अवतरित होने पर यह मेला मनाया जाता है। इस वर्ष वामन द्वादशी मेला सादगी के साथ मनाया गया। मेले में जंगल से मोरू की लंबी डालें भी लाई जाती हैं। इनका पौराणिक उद्देश्य क्षेत्र में अधिक बर्फबारी होने के कारण तीन युगों से जलती आ रही अग्निकुंड में लकड़ियों की व्यवस्था करना होता है।
यह मेला आज सकुशल सम्पन्न हो गया है। सम्पूर्ण मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत चाक-चौबंद व्यवस्था रही। स्वयं पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी ने मेले में उपस्थित रहकर ड्यूटीरत पुलिस बल का पर्यवेक्षण किया गया। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सोनप्रयाग के नेतृत्व में पुलिस बल ने मेले में शान्ति व यातायात व्यवस्था बनाए रखी गयी। इस दौरान कोतवाली सोनप्रयाग पुलिस, यातायात पुलिस व फायर सर्विस द्वारा मुस्तैद रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया गया। समस्त पुलिस बल के अच्छे ढंग से कर्तव्य निर्वहन करने पर पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी द्वारा पुलिस बल की पीठ थपथपाई गयी।