नई दिल्ली (पीआईबी) भारतीय नौसेना का गोताखोर सहायता और पनडुब्बी बचाव पोत, आईएनएस निरीक्षक श्रीलंका की नौसेना के साथ एक सप्ताह के गोताखोर प्रशिक्षण अभ्यास के बाद त्रिंकोमाली से 21 सितंबर, 23 को रवाना हुआ। दोनों देशों की नौसेना की गोताखोर टीमों ने बंदरगाह और समुद्र में व्यापक रूप से गोते लगाए। इसके अलावा, इस पोत के चालक दल और श्रीलंका नौसेना कर्मियों के बीच आपसी हितों के विभिन्न पहलुओं पर कर्मियों को प्रशिक्षण देने सहित कई अन्य वार्ताएं भी आयोजित की गई। जूनियर कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, त्रिंकोमाली के अधिकारियों ने इस पोत का दौरा किया, जिन्हें इस जहाज की परिपूर्ण गोताखोरी क्षमता के बारे में जानकारी दी गई।
पूर्वी नौसेना क्षेत्र के कमांडर रियर एडमिरल पीएस डी सिल्वा ने जहाज का दौरा किया और श्रीलंका नौसेना के गोताखोरों को प्रशिक्षण देने के लिए भारतीय नौसेना के समर्थन की सराहना की। उन्होंने दोनों नौसेनाओं के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं और पेशेवर विशेषज्ञता के आदान-प्रदान की जरूरत पर भी जोर दिया।
प्रशिक्षण गतिविधियों के अलावा, त्रिंकोमाली में वंचित बच्चों के स्कूल में एक सामाजिक आउटरीच गतिविधि भी आयोजित की गई। अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस के अवसर पर डच बीच पर एक संयुक्त समुद्रतट सफाई अभियान भी चलाया गया।
एकता और स्वस्थता के प्रदर्शन में, श्रीलंका के नौसेनाकर्मियों के साथ संयुक्त योग सत्र और मैत्रीपूर्ण बास्केटबॉल मैच भी आयोजित किया गया।
यह जहाज आगंतुकों के लिए खोला गया और 1,500 से अधिक कर्मियों ने जहाज का दौरा किया। इस जहाज की यात्रा से दोनों नौसेनाओं के बीच संबंध और अधिक मजबूत एवं घनिष्ट हुए हैं।