फार्माकोविजिलेंस सप्ताह के तहत एमबीबीएस छात्रों ने निकाली जागरूकता रैली

दवाओं के प्रतिकूल प्रभावों से जनता को जागरूक करना

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसके तहत रविवार को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज कैंपस होते हुए श्रीकोट मुख्य बाजार और बेस चिकित्सालय में आमजनों तथा स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े लोगों को प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं के सम्बन्ध में जागरूक करने के लिए जागरूकता रैली निकाली गई। यह सप्ताह 17-23 सितम्बर तक चलाया जायेगा। इसका उद्देश्य आम जनता, रोगियों और उनके परिचारकों को प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं की पहचान कर इसकी जानकारी फार्माकोलॉजी विभाग को देने के लिए सक्रिय सहभागी बनाना है।
फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया के तहत जागरूकता रैली निकाली के दौरान मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग के एचओडी एवं कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. किंगशुक लोहान ने कहा कि राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह के तहत दवाओं के प्रतिकूल प्रभावों के संदर्भ में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाता जैसे डॉक्टर एवं नर्स हेल्थ केयर सिस्टम के प्रमुख अंग हैं। इन सबके बीच प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं (एडीआर) और इसकी रिपोर्टिंग के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मेडिकल कॉलेज में राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह मनाया जा रहा है। भारत के फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम का लक्ष्य प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं (एडीआर) – दवाओं के सभी हानिकारक प्रभावों का पता लगाना, मूल्यांकन करना, समझना, रोकना, रिपोर्ट करना और निगरानी करना है ताकि लोगों को सुरक्षित तरीके से दवाएं दी जा सकें। यह WHO के तहत एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है और भारत में कई अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को ADR निगरानी केंद्र के रूप में नामित किया गया है। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को एडीआर निगरानी इकाई केन्द्र नामित किया गया है। इकाई एडीआर रिपोर्ट एकत्र, विश्लेषण और एनसीसी-पीवीपीआई को प्रस्तुत करती है। वर्ष 2023 की थीम ”फार्माकोविजिलेंस में जनता के विश्वास को बढ़ावा देना” है। इसलिए मेडिकल कॉलेज की फार्माकोविजिलेंस इकाई ने दवाओं के सुरक्षित उपयोग के बारे में जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए एमबीबीएस और पैरामेडिकल छात्रों ने जागरूकता रैली निकाली। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष डा.किगशुक लाहौन, डॉ. विवेक द्विवेदी, डॉ. राजेंद्र शर्मा, डॉ. सुभाष सामंत, सायंतन चक्रवर्ती एवं मेडिकल व पैरामेडिकल छात्र छात्राएं मौजूद रहे ।