कृषि सहयोग व साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे भारत एवं न्यूजीलैंड
सतत व जलवायु अनुकूल कृषि प्रणाली विकसित करने एवं श्री अन्न के महत्व पर भी चर्चा
न्यूजीलैंड के मंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री तोमर ने भारत व न्यूजीलैंड के बीच संबंधों के महत्व और इसकी निरंतर प्रगति के बारे में उल्लेख किया। उन्होंने 14 वर्षों के अंतराल के बाद संयुक्त व्यापार समिति को पुन: आरंभ किए जाने के संबंध में प्रकाश डाला और इसकी संरचना के तहत कृषि उत्पादों के लिए बाजार पहुंच के मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने, भारतीय अनार के दानों को बाजार तक पहुंच प्रदान करने और भारत में एमएसएएमबी वीएचटी सुविधा से आम के आयात पर रोक हटाने के लिए न्यूजीलैंड के मंत्री को धन्यवाद दिया।
श्री तोमर ने न्यूजीलैंड के मंत्री को वर्ष 2023 अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स (श्री अन्न) वर्ष के रूप में मनाने की भारत की पहल के बारे में जानकारी देते हुए श्री अन्न के स्वास्थ्य और अन्य लाभों को बढ़ावा देने में उनका सहयोग मांगा, जिस पर श्री डेमियन ने सकारात्मक सहयोग की बात कही। दोनों मंत्रियों ने बागवानी के समग्र विकास के लिए, दोनों देशों के बीच सहयोग ज्ञापन (एमओसी) में परिकल्पित साझेदारी की संभावनाओं पर जोर दिया।
दोनों मंत्रियों ने, दोनों देशों के बीच व्यापार की जाने वाली कृषि वस्तुओं की गुणवत्ता और सुरक्षा बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का एक-दूसरे को आश्वासन दिया और फाइटोसैनिटरी उपायों और प्रणालियों पर काम जारी रखने का संकल्प लिया। मंत्रियों ने सतत व जलवायु अनुकूल कृषि प्रणाली विकसित करने के महत्व पर भी चर्चा की। न्यूजीलैंड के मंत्री ने भारत को ग्लोबल रिसर्च एलायंस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया, जो कृषि पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने पर शोध साझा करने के लिए 67 देशों का गठबंधन है।