गबर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल। राजकीय इन्टर काॅलेज सुमाडी में हिन्दी अध्यापक के पद पर कार्यरत अखिलेश चन्द्र चमोला मुंशी प्रेमचंद राष्ट्रीय साहित्य सम्मान से सम्मानित हुए। विदित हो बिलीक्षणा साहित्य मन्च रोहतक ने राष्ट्रीय स्तर पर बिभिन्न राज्यों से आवेदन पत्र आमन्त्रित किये,जिसमें उत्तराखण्ड से श्री चमोला का चयन हुआ, उन्हें यह सम्मान 31 जुलाई को मुंशी प्रेमचंद की जयन्ती के पुनीत सुअवसर पर दिया गया,जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर 100 से अधिक आवेदकों ने आवेदन किया।श्री चमोला के इस सम्मान से सम्मानित होने पर साहित्य प्रेमियों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है,चमोला से सम्पर्क करने पर चमोला ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होना निश्चित ही हर्ष और प्रसन्नता का बिषय है,इस तरह के चयन से प्रेरणा और कार्य करने की सीख मिलती है।एक साहित्यकार यह प्रयास रहता है कि उसके लेखन कार्य से आम जनमानस में मूलभूत परिवर्तन आये,हम अपनी संस्कृति के साथ आत्म सात कर सके।अखिलेश चन्द्र चमोला की गिनती हिन्दी साहित्य जगत में प्रेरणा दायिनी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर के रूप में की जाती है,इनके प्रेरक प्रसंग बिभिन्न राष्ट्रीय संकलनों में प्रकाशित होते रहते हैं।प्रकाशित पुस्तकों में नैतिक बोध कधायें,शैक्षिक नवाचार क्रियात्मक शोध, भारतीय संस्कृति तथा नैतिक ऊर्जा के आयाम प्रमुख हैं,क्ई वर्षों तक नगर पालिका परिषद श्रीनगर गढवाल द्वारा प्रकाशित स्मारिका में सम्पादक की भूमिका का भी निर्वहन कर चुके हैं।राज्य के उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित होने के साथ ही 100 से अधिक राष्ट्रीय सम्मानोपाधियों से सम्मानित होते हुए अन्तरराष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं।