प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने आपदा से प्रभावित परिवारों को उत्तराखंड पुनर्वास नीति के अंतर्गत वितरित किए 12.75 लाख की धनराशि के चैक
आपदा से निपटने के लिए सभी अधिकारी सजगता से मिशन मोड पर करे काम-रेखा आर्या
चंपावत की प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने ली अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक,दिए अहम दिशा निर्देश
चपावत: मानसून काल में किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए सभी अधिकारी सजगता से मिशन मोड पर कार्य करें,यह बात जनपद चंपावत पहुंची कैबिनेट मंत्री एवं जनपद चंपावत की प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने जिला सभागार चंपावत में अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक में कही। प्रभारी मंत्री ने जनपद में मानसून काल में प्राकृतिक आपदा से वर्तमान तक हुई क्षति एवं आपदा पुनर्निर्माण की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए मिशन मोड में कार्य करने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि वर्तमान में जनपद में आपदा के कारण किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है लेकिन मानसून सत्र अभी समाप्त नहीं हुआ है और खतरे की संभावनाएं रहती है, इसके दृष्टिगत सभी विभाग मैन पावर तथा पूरी मशीनरी के साथ अलर्ट रहे। सड़क मार्ग बंद होने पर कम से कम समय पर उसे खोला जाए। सड़कों को बरसात में कम क्षति हो इस हेतु सड़क निर्माण से संबंधित सभी विभाग लगातार नाली, स्कबर, कोजवे की सफाई नियमित रूप से करते रहे।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से राष्ट्रीय राजमार्ग सहित जनपद के सभी सड़क मार्गों में जो पेड़ खतरे की जद में आ गए हैं, जिनसे कभी भी दुर्घटना हो सकती है ऐसे पेड़ो को राजस्व, वन विभाग एवं सड़क निर्माण विभाग संयुक्त निरीक्षण कर तत्काल हटाने व लोपिंग की कार्यवाही करें। *उन्होंने कहा कि मानसून काल में जिले में जहां-जहां किसानों की भूमि जो जलभराव, भू-कटाव आदि से क्षतिग्रस्त हो गई है तथा फसल को नुकसान हुआ है उनका आकलन कर मुआवजा राशि शीघ्र बाटी जाए। साथ ही उन्होंने मैदानी क्षेत्र में नदी से जो कृषि भूमि का कटाव हो रहा है उसके स्थाई समाधान हेतु सिंचाई विभाग को बाढ़ सुरक्षा के कार्य समय पर करने के निर्देश दिए और जिन कार्यों में धनराशि प्राप्त हो गई है सिंचाई विभाग तत्काल टेंडर की कार्यवाही कर कार्य प्रारंभ करें, ताकि कृषि भूमि के कटान को आगामी वर्षों में कम किया जा सकें।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति को समय पर मुआवजा की राशि वितरित की जाए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि चंपावत -टनकपुर मार्ग जो धौंन से स्वाला के मध्य विभिन्न स्थानों में संवेदनशील है और सड़क मार्ग बंद हो जाता है, इस हेतु इस मार्ग का एक वैकल्पिक मार्ग जो धौंन दियूरी से चल्थी तक है, को एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग में लाने हेतु लोनिवि मार्ग के निर्माण हेतु कार्रवाई शीघ्र प्रारंभ करें। वहीं इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग के कोट अमोड़ी के 03 प्रभावित परिवारों को उत्तराखंड पुनर्वास नीति के अंतर्गत कुल 12.75 लाख की धनराशि के चैक महिलाओं को वितरित किए गए।
वहीं इससे पूर्व उन्होंने बनबसा से चंपावत तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निरीक्षण कर संवेदनशील स्थल किमी 100 कोट अमोड़ी तथा किमी 106 स्वाला धौंन आदि स्थानों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिशासी अभियंता एनएच से आवश्यक जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि मानसून काल में राष्ट्रीय राजमार्ग में सुरक्षा के पूर्ण सावधानी बरते हुए बंद मार्ग को तत्काल खोले जाने हेतु कार्यवाही की जाए।
बैठक में भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, विधायक प्रतिनिधि चंपावत प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार, ब्लॉक प्रमुख चंपावत रेखा देवी, बाराकोट विनीता फर्त्याल, पाटी सुमनलता, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, सहित जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।