मेडिकल कॉलेज में आयोजित हुआ आईएपी पीडियाट्रिक क्विज फॉर अंडरग्रेजुएट्स प्रतियोगिता

गबर सिंह भंडारी

श्रीनगर गढ़वाल। राजकीय मेडिकल कॉलेज में 36वीं आईएपी पीडियाट्रिक क्विज फॉर अंडरग्रेजुएट्स का आयोजन किया गया। जिसमें एमबीबीएस स्नातक छात्रों ने बाल चिकित्सा में अपने ज्ञान और रुचि का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता के चुनी गई चार टीमों में डी टीम के राहुल कुमार, सौम्या प्रसाद ने क्वीज प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया। जबकि दूसरे स्थान पर बी टीम के गौरांश जोशी, प्राची जोशी, तीसरे स्थान पर टीम सी से सवानी, राजेश कुमार और चौथे स्थान पर टीम ए के सिद्धार्थ रावत, सोनाली बिष्ट रहे। प्रतियोगिता में विजेता टीम को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में प्रतियोगिता का शुभारंभ अवसर पर बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. व्यास कुमार राठौर ने उक्त क्वीज को सफल बनाने के लिए बाल रोग विभाग और छात्रों के प्रयास की सराहना की। कहा कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार की प्रश्नोत्तरी महत्वपूर्ण हैं। जिसमें छात्र अपनी प्रतिभा निखारने के साथ ही ज्ञान अर्जित कर सकते है। इस प्रकार के क्वीज परीक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण होते है। डॉ. राठौर ने कहा कि स्क्रीनिंग प्रक्रिया और क्विज में भाग लेने वाले छात्रों का उत्साह सराहनीय है। प्रतियोगिता में क्विज मास्टर सीनियर रेजिडेंट डॉ. मिनाक्षी रावत, डॉ. संकेत भद्र रहे तो स्कोरर की भूमिका डॉ. सूरज कनौजिया ने निभाई। कार्यक्रम में विजेता टीम के छात्र-छात्राओं को मेडिकल कॉलेज के डॉ. दीपा हटवाल, डॉ. सृजन, डॉ. निरंजन, डॉ. किंगशुक लाहोन, डॉ. पवन, डॉ. सुरिंदर और डॉ. कैलाश गैरोला के हाथों प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। कार्यक्रम में बाल रोग विभाग एसो. प्रोफेसर डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, एपी डॉ. मोनिका जस्सल, डॉ. संजना सिंह, डॉ. आमिर सुहैल, डॉ.अंशुल कुमार सहित एमबीबीएस छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
ओआरएस डे का शुभारंभ-
मेडिकल कॉलेज में बुधवार से ओआरएस दिवस का भी शुभारंभ हुआ। जिसमें पीडियाट्रिक चिकित्सकों द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर परामर्श दिया जाएगा। बाल विभाग के एचओडी डॉ. व्यास राठौर ने बताया कि प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के दिशा-निर्देशों पर उक्त दिवस 26 से 31 जुलाई तक संचालित होगा। जिसमें सभी पीडियाट्रिक डाक्टर बच्चों को ओआरएस घोल पिलााएंगे और लोगों में जनजागरुकता बढ़ाएगें। कहा कि ओआरएस एक जीवन रक्षक घोल है। इस मौसम में बच्चों को पिलाने से अनेक मौसमी बीमारियों से बचाव होता है। मेडिकल कॉलेज में आयोजित ओआरएस डे पर डॉ. अनिल कुमार द्विवेदी, डॉ. नीरू गर्ग, डॉ. विनीता रावत, डॉ. व्यास राठौर, डॉ. दीपा हटवाल, डॉ. जानकी बर्त्वाल, डॉ.मोनिका, डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव ने विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी दी।