गबर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल। डॉ.धन सिंह रावत के द्वारा योग शिक्षा को स्कूलों में शामिल करने के निर्णय को योग प्रशिक्षितों नें सराहा। योग शिक्षा को इंटरमीडिएट स्तर पर लाने के लिए योग प्रशिक्षितों ने डॉक्टर धन सिंह रावत का जताया आभार योग,आयुर्वेद एवं स्वास्थ्य शिक्षा का इंटरमीडिएट स्तर तक अतिरिक्त एवं अनिवार्य विषय के रूप में शासनादेश बनने पर उत्तराखंड के योग प्रशिक्षितों में खुशी की लहर है उन्होंने इस कार्य हेतु उत्तराखंड सरकार के शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का आभार एवं धन्यवाद जताया है। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में योग अनुदेशक के पद पर रहे एवं योग प्रशिक्षित सोसाइटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे गणेश भट्ट का कहना है कि उनके संगठन के द्वारा योग शिक्षा को स्कूलों में प्रारंभ करने हेतु 2005 से मुहिम को छेड़ा गया था लेकिन कई बार आंदोलन और जेलों में जाने के बावजूद भी योग शिक्षा को स्कूली स्तर पर लाने के लिए अनदेखा किया जा रहा था लेकिन जब से उत्तराखंड सरकार में शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत बने हैं उनके द्वारा पहले योग को वैलनेस सेंटरों में प्रारंभ किया गया और अब योग, आयुर्वेद एवं स्वास्थ्य शिक्षा को इंटरमीडिएट स्तर तक प्रारंभ कर दिया गया है जिसका कि 21 जुलाई को शासनादेश भी बन चुका है। योग प्रशिक्षित सोसाइटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश भट्ट का मानना है कि योग ,आयुर्वेद एवं स्वास्थ्य शिक्षा स्कूलों में प्रारंभ हो जाने से बच्चे का सर्वांगीण विकास होने के साथ-साथ वह अपने घर में भी योग एवं स्वास्थ्य शिक्षा की जानकारी दे सकेगा और आने वाले समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वस्थ समाज की कल्पना का सपना भी साकार होगा भट्ट का मानना है कि योग शिक्षा स्कूली स्तर पर आ जाने से जहां स्वस्थ की कल्पना का सपना साकार तो होगा ही वही स्कूलों में योग के प्रारंभ हो जाने से योग प्रशिक्षितों को भी रोजगार मिलेगा और बेरोजगारी के कुछ अंश को मिटाने में भी सरकार कामयाब होगी। योग सोसाइटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश भट्ट का मानना है कि योग शिक्षा को स्कूली स्तर पर लाना उत्तराखण्ड़ सरकार के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के द्वारा ही संभव था भट्ट ने बताया कि योग का राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डंका बजने लगा है जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। योग प्रशिक्षित सोसाइटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश भट्ट ने बताया कि योग शिक्षा को इंटरमीडिएट स्तर पर प्रारंभ करने के लिए उत्तराखंड के समस्त योग प्रशिक्षितों ने शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत का आभार एवं धन्यवाद जताया है साथ ही बताया कि गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल में दो भव्य कार्यक्रम रखे जाएंगे जिनमें उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व अनुदेशक गणेश भट्ट का मानना है कि योग शिक्षा पहले केवल विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर ही प्रारंभ थी जिससे व्यवसायिक पाठ्यक्रम के रूप में रोजगार के दृष्टिकोण से बेरोजगारों की फौज पैदा हो रही थी और प्रशिक्षित केवल पलायन कर देहरादून, दिल्ली और विदेशों में योग को प्रयोगात्मक रूप में सिखाते थे जिसमें कि कई लोग अच्छा पैसा भी कमा रहे हैं लेकिन अब योग के इंटरमीडिएट स्तर पर प्रारंभ हो जाने से योग प्रशिक्षित जहां पलायन नहीं करेंगे वही उनको घर के पास के स्कूलों में ही योग शिक्षा को देने का अवसर भी प्राप्त होगा और बच्चा जब स्कूली स्तर पर योग सीखेगा तो उसका सर्वांगीण विकास होगा।