वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे की नई पहल से बने 06 डिजिटल खोया पाया केंद्र, कांवड़ियों के लिए बने वरदान

गबर सिंह भंडारी

पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। दो दिनों में पौड़ी पुलिस ने 12 खोये लोगों को अपनो से मिलाया।
परिजनों ने पौड़ी पुलिस को दिया ढ़ेर सारा आशीर्वाद।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे के निर्देशन में पौड़ी पुलिस द्वारा कांवड़ मेला यात्रियों के लिए स्थापित किए गए डिजिटल खोया पाया केंद्रों के माध्यम से उनके परिजनों को ढूंढ कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया जा रहा है| साथ ही पौड़ी पुलिस के खोया पाया केन्द्र में तैनात पुलिस कार्मियों द्वारा यात्रियों के प्रति मधुर व्यवहार रखने के मामले में अलग पहचान रखते हुये अनुभव व यात्रा व्यवस्थाओं के संचालन में सहायक सिद्ध हो रहा है।
दिनांक 03.07.2023 को नीलकंठ कांवड़ मेला यात्रा के दौरान राधा देवी (उम्र 62 वर्ष) पत्नी आसुराम खाती, निवासी-बीकानेर, राजस्थान अपने परिजनों से बिछड़ गई थी। जिनको जानकी पुल चौकी खोया पाया केन्द्र पर नियुक्त कार्मिकों द्वारा उनके परिवारजनों के सुपुर्द किया गया|
दिनाँक 03.07.2023 को चौकी रामझूला खोया पाया केन्द्र पर एक व्यक्ति सूरजभान (उम्र 80 वर्ष) नि0- हरियाणा जो अपने परिजनों के साथ नीलकंठ दर्शन हेतु आए थे, यात्रा के दौरान उनसे बिछड़ गए। चौकी रामझूला खोया पाया केन्द्र पर नियुक्त कर्मियों द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए अथक प्रयासों से सूरजभान को उनके भाई रामनिवास के सकुशल सुपुर्द किया गया।
दिनांक 04.07.2023 को धर्मेन्द्र (उम्र 26 वर्ष), पुत्र ईश्वर, पता-राठीवास, जिला मेवात जो कि अपने परिवारजनों से नीलकंठ में बिछड़ गए थे, जिनको जानकी पुल चौकी खोया पाया केंद्र पर नियुक्त कार्मिकों द्वारा उनके परिवारजनों के सुपुर्द किया गया|
दिनांक 04.07.2023 को अंबिका उर्फ रानू, ग्राम- कटक, जिला- पोंडा की बेटी जो कांवड़ मेले के दौरान भीड़ में खो गई थी| नीलकण्ठ चौकी खोया पाया केंद्र पर नियुक्त कार्मिकों की तत्परता से डेढ़ वर्ष की बच्ची चासी को बच्ची की मां रानू के सुपुर्द किया गया|
अपने खोये हुए परिवार के सदस्यों को पाकर परिजनों की ऑंखें भर आयी और परिजनों ने पौड़ी पुलिस को ढ़ेर सारा आशीर्वाद दिया|