गबर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड में ‘उद्यमशीलता की भावना का ज्ञानवर्धन’ शीर्षक पर आयोजित 5 दिवसीय आवासीय बूटकैंप कार्यक्रम का सोमवार 26 जून 2023 को समापन हो गया। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रेनिंग एंड रिसर्च (एनआईटीटीटीआर), चंडीगढ़ के उद्यमिता और ग्रामीण विकास केंद्र के सहयोग से आयोजित इस बूटकैंप कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के स्कूलों में अध्ययनरत आठवीं कक्षा से आगे के विद्यालयी छात्रों को उत्पाद डिजाइन, डिज़ाइन थिंकिंग, बिजनेस मॉडलिंग और उद्यम योजना आदि विषयों गहन अनुभवात्मक प्रशिक्षण प्रदान करना था।
समापन समारोह को ऑनलाइन माध्यम से सम्बोधित करते हुए निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने कहा कि प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन से प्रेरित और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के आत्मनिर्भर राज्य के दृष्टिकोण के आधार पर संकल्पित, यह कार्यक्रम उन युवा नवप्रवर्तकों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो भविष्य में उद्यमिता का मार्ग अपनाकर नौकरी खोजने के बजाय रोजगार के अवसरों का निर्माण करके नौकरी प्रदाता बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता कि इस पांच दिवसीय बूट कैंप के दौरान प्राप्त प्रशिक्षण युवा छात्रों को उद्यमी विचारो को विकसित करने, उन्हें पोषित करने और भविष्य में उन्हें स्टार्टअप और लघु उद्योगों की स्थपना करने में अवश्य मददगार होगा ।
प्रोफेसर अवस्थी ने आगे कहा कि एनआईटी, उत्तराखंड, एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ के सहयोग से इस प्रकार के बूटकैंप की एक श्रृंखला आयोजित करने वाला है ताकि राज्य के स्कूली छात्रों को अपने भीतर के उभरते उद्यमी विचारों की खोज करने और उद्यमिता, स्टार्टअप और नवप्रवर्तन के माध्यम से रोजगार सृजन करके उत्तराखंड को आत्मनिर्भर राज्य बनाने में योगदान दे सके।
इस कार्यक्रम के दौरान एचआईआईएमएस अस्पताल के आईपीडी प्रमुख डॉ अनु भारद्वाज ने ‘आयुर्वेद में उद्यमिता के अवसर’, सौरभ नंदा, संस्थापक एसएन मेंटरिंग ने ‘व्यक्तित्व परीक्षण एवं मानसिकता’, अमित दास ने ‘आइडिया जनरेशन’, इजीगॉव (गवर्नमेंटटेक एवं सोशल प्रोटेक्शन) के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक तथा आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर के परामर्शदाता अमित शुक्ला ने ‘प्रौद्योगिकी और उद्यमिता’ एवं एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ में उद्यमिता और ग्रामीण विकास केंद्र के प्रमुख चेतन सहोरे ने ‘उद्यमिता की मूल बातें और उद्यमिता में उद्देश्य की भूमिका’, ‘आइडिया जनरेशन गतिविधियां और तरीके’, ‘व्यवसाय योजना’, फंडिंग मॉडल और राजस्व मॉडल; पिचिंग की मूल बातें’ आदि विषयों के माध्यम से छात्रों के अंदर उद्यमशीलता की भावना विकसित करने पर समग्र जोर दिया गया।
कार्यक्रम में माँ आनंदमयी मेमोरियल स्कूल, देहरादून के 3 छात्र, द रॉयल कॉलेज, देहरादून से 1 छात्र, स्टेपिंग स्टोन्स स्कूल, चंडीगढ़ से 1 छात्र, दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर, हरिद्वार से 20 छात्रों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के अंतिम दिन पिचिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे प्रतिभागियों में श्रोताओं और विशेषज्ञों का समक्ष अपने उद्यमी विचारों और अनुभवों के व्यावसायिक मॉडल का प्रदर्शन किया जिनका मूल्याङ्कन करने के बाद दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर, हरिद्वार के मानव चौहान , अगस्त्य पांडेय एंड पुलकित राजपूत की टीम को विजेता घोषित किया गया।
समापन समारोह में मौजूद मौजूद संस्थान के प्रभारी कुलसचिव डॉ धर्मेंद्र त्रिपाठी ने कहा किए उद्यमिता, स्टार्टअप और नवप्रवर्तन ऐसे महत्वपूर्ण करक है जो बेरोजगारी दूर करने और किसी भी देश के आर्थिक परिदृश्य में प्रमुख भूमिका निभाते है। उन्होंने प्माननीय निदेशक की दूरदर्शिता और मार्गदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि उपरोक्त तथ्य पहले से उनके दिलो-दिमाग में था और इस तरह के पहल की आवश्यकता पर चर्चा जनवरी 2023 में एनआईटी, उत्तराखंड और एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ के बीच एक शैक्षणिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान की गई थी।
इस दौरान प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता, राम गोपाल कार्यकर्म के आयोजक एवं संचालक डॉ डुंगली श्रीहरि और डॉ टी सुधाकर के अलावा संस्थान के अन्य संकाय सदस्य मौजूद थे।