गबर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल – श्रीनगर नगर निगम द्वारा अलकनंदा नदी के किनारे नए बस अड्डे के समीप विगत 3 वर्षों से नगर निगम द्वारा शहर का संपूर्ण कूड़ा कचरा डाला जा रहा है जिससे आसपास रहे रहे निवासी गंदगी व दुर्गंध के कारण बहुत परेशान हैं परेशानी के साथ-साथ बीमारियां मौल ले रहे हैं।
शहर के तमाम पशु कचरे के ढेर में दिखाई दे रहे हैं पूरे शहर का कचरा खा रहे हैं।
इस विषय पर आज हमने सामाजिक कार्यकर्ता आनंद सिंह भंडारी से बात की तो उन्होंने इस कूड़ा के निस्तारण हेतु कहा कि हमने कई बार शासन प्रशासन को अवगत करा चुके हैं लेकिन शासन-प्रशासन गहरी नींद सो रहा है जबकि नगर निगम कार्यालय से लगभग 200 मीटर की दूरी पर अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है।
उन्होंने कहा कि गंगा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का खुला उल्लंघन हो रहा है। शासन-प्रशासन वहां पर रह रहे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। मानव के मौलिक अधिकारों का हनन है जबकि वहां पर स्थित अलकेश्वर महादेव, चिल्ड्रन एकेडमी, मार्शल पब्लिक स्कूल निकट ही मौजूद हैं साथ ही नर्सरी रोड, तिवारी मोहल्ला, कंसमरदानी रोड, प्रगति विहार के निवासियों को कूड़े की दुर्गंध एवं बदबू से जीना दुर्लभ हो गया है।
उन्होंने आगे बताया कि वहां पर आसपास रहने वाले लोगों को टाइफाइड एवं पीलिया की बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं।
कूड़े के ढेर अंबार लगातार बढ़ता जा रहा है जिसके लिए हमने शहरी विकास मंत्री को भी इस बाबत कई बार अवगत कराया लेकिन उन्होंने हमारे आवेदन पत्र पर गौर नहीं किया।
क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत अलकनंदा नदी के किनारे जो कूड़े का ढेर है उसके निस्तारण डंपिंग जोन को कहीं अनियंत्रित शिफ्ट करें लेकिन क्षेत्रीय विधायक कैबिनेट मंत्री भी इस कूड़े के ढेर को देख रहे हैं लेकिन अभी तक इसके अन्यत्र शिफ्ट करने की कोई उचित कार्यवाही नहीं हुई।
न्यू बस अड्डे में स्थित लोगों के घरों के आगे कूड़ा डाला डाला जा रहा है जिससे कि वहां पर रहने वाले परिवारों की तबीयत खराब हो रही है कई बार नगर निगम से पत्राचार करने के बावजूद निगम द्वारा अभी तक कोई उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसलिए जनहित में लोगों के स्वास्थ्य के मध्य नजर रखते हुए तुरंत लोगों के घरों के आगे से कूड़ा हटवाने व कूड़ा डंपिंग जोन को अन्यत्र शिफ्ट करें।