गबर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल – राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान श्रीनगर ने परिसर स्थित सभागार में बीटेक चतुर्थ वर्ष बैच के छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय विदाई समारोह किया। “हर बार जब कोई बैच यहाँ से पास होकर निकलता है, तो यह वास्तव में यह हम सब के लिए मिश्रित भावनाओं वाला पल होता है। हमें खुशी और दुख दोनों महसूस होते हैं। एक तरफ आपके लक्ष्य पूरा करने और स्नातक होने की खुशी होती है तो दूसरी ओर, स्वतंत्र रूप से अपने जीवन की जिम्मेदारी लेने और एक नई यात्रा की शुरुआत के लिए हमें आपको अलविदा कहने का समय होता है।” यह शब्द प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी, निदेशक एन आई टी उत्तराखंड ने बी टेक चतुर्थ वर्ष के छात्रों के लिए आयोजित विदाई समरोह के दौरान कही।
राष्ट्रिय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड में 19 मई 2023 को पॉलिटेक्निक परिसर स्थित सभागार में बी टेक चतुर्थ वर्ष (2019-2023 बैच ) के छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जिसकी मेजबानी संस्थान के छात्र कल्याण अनुभाग और सांस्कृतिक कार्यक्रम अनुभाग के नेतृत्व में तृतीय वर्ष के छात्रों द्वारा बहुत व्यवस्थित और शानदार तरीके से की गयी।
कार्यक्रम की शुरुआत के निदेशक, प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी के स्वागत के साथ हुई। इसके बाद निदेशक महोदय ने विभिन्न पहलुओं पर छात्रों का मार्गदर्शन किया। अपने प्रेरक सम्बोधन में उन्होंने कहा” मेरे प्यारे छात्रों, राष्ट्र को आप जैसे अधिक बुद्धिमान, तकनीकी रूप से कुशल युवाओं की जरूरत है। मैं आप सभी को सलाह देता हूं कि जीवन में पीछे मुड़कर कभी न देखें। बस आगे देखो और दुनिया को देखने के लिए आगे बढ़ो। हम सभी की शुभकामनाएं सदैव आपके साथ हैं।”
इस अवसर पर प्रोफेसर अवस्थी ने मातृ संस्था के उत्थान में पूर्व छात्रों की भूमिका पर जोर देते हुए अंतिम वर्ष के छात्रों से अपनी मातृ संस्था के उत्थान में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने छात्रों से कहा कि उन्हें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा से अर्जित अपने अनुभव और ज्ञान को संस्थान के छात्रों से साझा करना चाहिए ताकि वे भी वर्तमान प्रतिस्पर्धी और पेशेवर दुनिया की चुनौतियां का सामना करने के लिए तैयार हो सके।
परसेप्शन और ब्रांड बिल्डिंग में सोशल मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका का जिक्र करते हुए प्रोफेसर अवस्थी ने छात्रों से यह भी आग्रह किया कि वे व्हाट्सप्प, इंस्टाग्राम , यूट्यूब , ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इंस्टिट्यूट के अकाउंट को फॉलो करे और जो सही लगे उसे लाइक या शेयर करे। इससे वे एक तरफ संस्थान में हो रहे अद्यतन क्रियाकलापो से भी अवगत होंगे साथ ही संस्थान के परसेप्शन सुधार और ब्रांड बिल्डिंग में भी अपना योगदान देंगे।
इस अवसर पर चतुर्थ वर्ष के छात्रों ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि कॉलेज का अंतिम वर्ष उनके लिए एक भावनात्मक समय होता है क्योंकि वे कैंपस में ऐसी यादें संजोते हैं जिन्हें वे जीवन पर्यन्तसंजो कर रखेंगे। संस्थान के शैक्षणिक संरचना के बारे में एक अंतिम वर्ष के छात्र ने कहा कि एन आई उत्तराखंड की शैक्षणिक संरचना काफी लचीली है। प्रारंभिक वर्षों में छात्र शैक्षणिक कार्यभार और क्लब गतिविधियों में थोड़ा व्यस्त रहते हैं। परन्तु , अंतिम वर्ष में शैक्षणिक भार तुलनात्मक रूप से कम होता है।और यह वर्ष मुख्यतः प्लेसमेंट और इंटर्नशिप गतिविधियों के लिए होता है।
डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ धर्मेंद्र त्रिपाठी ने अंतिम वर्ष के छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की और आशा व्यक्य किया कि वे सभी पुरातन छात्र के रूप वापस आएंगे, कैंपस का दौरा करेंगे, अपना हाल चाल और कड़ी मेहनत से प्राप्त ज्ञान को यहां के छात्रों के साथ साझा करेंगे।
इस कार्यक्रम में डॉ जी एस बरार (डीन प्लानिंग एंड डेवलपमेंट), डॉ सनत अग्रवाल( डीन रिसर्च & कंसल्टेंसी), डॉ हरिहरन मुथुसामी (डीन फैकल्टी वेलफेयर) डॉ लालता प्रसाद (डीन अकादमिक), डॉ राकेश मिश्रा (एसोसिएट डीन स्टूडेंट वेलफेयर ), डॉ नितिन शर्मा (कोऑर्डिनेटर कल्चरल क्लब ) के अलावा सभी विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।