*राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में आयोजित हुआ वाई-20 कान्क्लेव डिजिटल हेल्थ में टेलीमेडिसिन देगा नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा- प्रो. मीनू*

 

गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल श्रीनगर

गढ़वाल – राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के प्रेक्षागृह में जी-20 के अन्तर्गत वाई-20 कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। उक्त कॉन्क्लेव के मौके पर मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा पोस्टर व वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन कर डिजिटल हेल्थ की मुख्य भूमिका का रोल बताया। जबकि कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर समा बांधा। ऋषिकेश एम्स के सहयोग से मेडिकल कॉलेज में उक्त कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया।
प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की विशेष पहल पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. हेम चन्द्रा ने वर्चवल जुड़कर वाई-20 कॉन्क्लेव के आयोजन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि उक्त कार्यक्रम से भारत देश की चिकित्सा सेवाओं में बढ़ोत्तरी होगी और आम नागरिक को बेहतर चिकित्सा सेवा मिलेगी। डॉ. चन्द्रा ने कहा कि उक्त कार्यक्रम से वाई-20 कॉन्क्लेव के उद्देश्य सार्थक होगे। कार्यक्रम में पहुंची एम्स ऋषिकेश की निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने विभिन्न अनुप्रयोगों और पहलों के माध्यम से विश्व को कई स्वास्थ्य कार्यक्रमों की पहुंच, उपलब्धता और दक्षता में सुधार के लिए डिजिटल सेवाओं की क्षमता का एहसास कराया है। कहा कि टेलीमेडिसिन डिजिटल हेल्थ का विशेष कार्यक्रम है, इससे देश के हर नागरिक की समय पर देखभाल और चिकित्सा सेवाओं में सुधार होगा। प्रो. मीनू ने कहा कि इंटिग्रेटिव हेल्थ में एमबीबीएस डॉक्टर या एमडी डॉक्टरों के साथ ही पारम्परिक चिकित्सा को भी शामिल करना जरूरी है। इसके लिए आयुर्वेद, होम्योपैथ, योग के क्षेत्र से भी स्वास्थ्य लाभ लिया जा सकता है। कहा कि आध्यात्म भारत की बड़ी शक्ति है। आध्यात्म की खोज के लिए आज देश-विदेश से लोग उत्तराखंड पहुंच रहे है। कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य नागरिकों को अत्याधुनिक स्तर पर सहायता कर सकता है और प्रक्रिया को सुचारु रूप से आगे बढ़ाने हेतु डिजिटल स्वास्थ्य प्रयासों के लिए एक वैश्विक संस्थागत ढांचा बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने उक्त कार्यक्रम में पहुंचे सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। साथ ही कार्यक्रम आयोजित कराने की पहल के लिए प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम सचिव बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ.व्यास राठौर ने कार्यक्रम में पहुंचे सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस मौके पर एम्स ऋषिकेश से पहुंची मेडिसिन विभाग की प्रोफेसर डॉ. मोनिका पठानिया, डॉ.विनोद ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से बेहतर इनपुट मिलेगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वैष्णवी शर्मा द्वारा किया गया। इस मौके पर एमएस डॉ. आरएस बिष्ट, डॉ. दीपा हटवाल, डॉ. अर्जुन सिंह, डॉ. विनीता रावत, डॉ. मोहित सैनी, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, डॉ मोनिका, डॉ. ललित पाठक सहित समस्त संकाय सदस्य एवं एमबीबीएस एवं पैरामेडिकल कर्मी मौजूद थे। वहीं कार्यक्रम से पूर्व एम्स की निदेशक डॉ. मीनू सिंह ने बेस चिकित्सालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्होंने व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई। कहा कि कुछ काम होने बाकी है, जिस पर काम चल रहा है।
पोस्टर में सुजल और वाद-विवाद में प्रभलीन प्रथम
वाई-20 कॉन्क्लेव में आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में सुजल ने प्रथम, शिवाली और शोभना ने द्वितीय तथा प्रांजली व रोहित ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रभलीन ने प्रथम, कनिष्का ने द्वितीय तथा ओसिन पुरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। टेड टॉक्स में ओशिन पुरी ने प्रथम, उजमा अंसारी व कनिका बिष्ट ने द्वितीय, आशुतोष ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।