स्वास्थ्य मंत्री ने पौड़ी जिले की 138 एएनएम को बांटे नियुक्ति पत्र व 60 से अधिक आशाओं को किया सम्मानित

 

गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल

श्रीनगर गढ़वाल :- प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शुक्रवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में पौड़ी जिले में नियुक्त 138 एएनएम को नियुक्ति पत्र सौंपे। स्वास्थ्य मंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र मिलने पर एएनएम ने खुशी जाहिर करते हुए स्वास्थ्य मंत्री का आभार प्रकट किया। जबकि स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली 60 से अधिक आशाओं को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा सम्मानित किया गया। जबकि स्वास्थ्य मंत्री ने घोषणा की कि 250 एएनएम के रिक्त चल रहे पदों को भी जल्द भरने का काम किया जायेगा।
मेडिकल कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में एएनएम की नियुक्ति को लेकर 20 साल से अभ्यर्थी संघर्ष कर रहे थे, स्वास्थ्य मंत्री की कमान मिलने पर अभ्यर्थियों द्वारा वर्षवार एएनएम भर्ती प्रक्रिया शुरु कराने की मांग की गई, जिससे आज एएनएम को नियुक्ति मिली है। उन्होंने कहा कि मैरिट के आधार एवं च्वाइस के आधार पर नौकरी दी गई और पांच साल तक सभी को पहाड़ में नौकरी करनी होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पौड़ी जिले में लिंगानुपात सही हो इसके लिए आशा और एएनएम की जिम्मेदारी बनती है कि लिंगानुपात सही हो। उन्होंने समस्त नवनियुक्त एएनएम के साथ ही आशाओं का आह्वान किया है कि स्वास्थ्य सेवाओं के दौरान व्यवहार को सही रखे। ताकि क्षेत्र में बेहतर व्यवहार एवं सेवाओं के बलबूते नाम रोशन हो सके। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में अब 65 साल से अधिक उम्र वाले लोगों की देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग काम करेगा। इसके लिए प्रत्येक गांव के बुजुर्गो की देखभाल की जिम्मेदारी भी स्वास्थ्य कर्मी करेगे। कहा कि मेडिकल कॉलेजों को भी गांव स्तर पर स्वास्थ्य सेवा देने हेतु जोड़ा जायेगा। ताकि एमबीबीएस बच्चे गांव स्तर पर जाकर लोगों के स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें पूछ सकेगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने आशाओं एवं एएनएम को दिये काम
गर्भवती महिलाओं को समय पर दवाईयां देने व खाने की मॉनिटरिंग हो
गर्भवती महिलाओं को प्रसव की डेट को देखते हुए एक हफ्ते पहले अस्पताल में भर्ती करे या अस्पताल के नजदीक ला दे।
क्षेत्र में पांच लोगों को अंग दान के लिए प्रेरित करे, जिसमें नेत्र दान, देहदान प्रमुख।
प्रत्येक गांव में पांच लोगों को ब्लड़ डोनेशन के लिए प्रेरित करे
गांव में मोतियाबिंद का कोई मरीज हो तो उसको अस्पताल तक पहुंचाये और इलाज कराये
बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए नियमित विटामिन की खुराक, कीड़े मारने की दवा सहित अन्य स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाए
आशा और एएनएम गांव स्तर पर स्वास्थ्य चौपाल लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी ले
गांव स्तर पर स्वच्छता के एक कमेटी बनाए और स्वच्छता के लिए मिलने वाले दस हजार का स्वच्छता में प्रयोग करे।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला स्तर पर बेहतर कार्य करने पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के हाथों आशा कार्यकर्ती कल्जीखाल मोहिनी देवी को प्रथम, पावौ से शिवानी रावत एवं यमकेश्वर से सुमनलता रावत को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया जबकि यमकेश्वर क्षेत्र की आशा फेसीलेटर कृष्णा रावत एवं समन्वयक संतोषी उनियाल को प्रथम तथा पौड़ी की आशा फेसीलेटर किरन चंदोला को द्वितीय तथा खिर्सू की आशा फेसीलेटर अनिता भंडारी को तृतीय श्रेणी का नगद पुरस्कार दिया गया।