उत्तराखंड आयुर्वेद विवि के गुरुकुल परिसर हरिद्वार में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जन्म जयंती धूमधाम से मनाई गई।

हरिद्वार। उत्तराखंड आयुर्वेद विवि के गुरुकुल परिसर हरिद्वार में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जन्म जयंती धूमधाम से मनाई गई। प्रातः कैंपस डायरेक्टर प्रो०पंकज शर्मा ने झंडा फहराया तथा दोनों ही महापुरुषों के चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए। तदोपरांत उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय प्रोफेसर सुनील जोशी जी ने नशा मुक्ति चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन किया। इस सेंटर मैं नशा मुक्ति के लिए आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग करके नशा मुक्ति कार्यक्रम संचालित किया जाएगा। जिसमें नशा से दूर रहने के लिए काउंसलिंग भी एक्सपर्ट चिकित्सकों द्वारा की जाएगी । इस अवसर पर एक संगोष्ठी का कार्यक्रम भी गुरुकुल सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर सुनील जोशी जी ने की। उन्होंने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि जीवन में सत्य एवं ईमानदारी को अपनाना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी और समर्पण से अपनी ड्यूटी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगा तो हमारा प्रदेश एवं देश समृद्धि की ओर निरंतर अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि गांधीजी के स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी विचार आज भी पूरी तरह प्रासंगिक हैं। गांधी जी ने स्वच्छता को स्वास्थ्य की कुंजी बताया, उत्तम स्वास्थ्य का आधार सादा भोजन एवं उच्च विचार वताया हैं सत्य अहिंसा का पालन करके हम विभिन्न प्रकार के मानसिक व्याधियों से बच सकते हैं जिससे अनिद्रा, हृदय रोग, तनाव,बीपी, इत्यादि बीमारियों से स्वता ही रक्षा हो जाती है। गांधीजी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व अनुकरणीय है। साथ ही उन्होंने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके अनुकरणीय कार्यों का उल्लेख किया। प्रोफेसर डॉक्टर गिरिराज गर्ग, चिकित्सा अधीक्षक ने गांधी जी के स्वास्थ्य परक चिंतन पर व्याख्यान दिया। स्वस्थ विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश मिश्रा ने गांधी जी एवं समग्र स्वास्थ्य संकल्पना विषय पर व्याख्यान दिया। प्रभारी कुलसचिव डॉ राजेश अधाना विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों एवं गतिविधियों के बारे में बताया तथा गांधी जी के विचारों की स्वास्थ्य संरक्षण में महत्वता को प्रतिपादित किया। प्रो० प्रेमचंद शास्त्री ने वर्तमान परिपेक्ष में गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता को बताया। निर्देशक आयुर्वेद एवं यूनानी सेवाएं प्रो० अरुण त्रिपाठी जी ने हेल्थ एवं वैलनेस संबंधी गांधीजी के विचारों को बताया। अंत में प्रोफेसर पंकज शर्मा ने गुरुकुल परिसर उत्तराखंड द्वारा इस जयंती सप्ताह में आयोजित विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य स्वच्छता कार्यक्रम, निबंध प्रतियोगिता, व्याख्यान, रैली, क्लीनिक संचालन इत्यादि विभिन्न प्रकार के किए गए कार्यों के अवगत कराया इस जयंती समारोह में लगे सभी शिक्षकों चिकित्सकों यूजी पीजी विद्यार्थियों एवं कर्मचारी स्टाफ का आभार व्यक्त किया ।कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ राजीव कुरेले ने किया। उपकुलसचिव डॉक्टर बालकृष्ण पवार, डा० संजय गुप्ता, प्रोफेसर मीना रानी आहूजा, डॉ अचल सिंह, डॉक्टर मयंक भट्ट कोठी, डॉक्टर उदय पांडे, डॉ देवेश शुक्ला, डॉ वीरेंद्र कुमार टम्टा फार्मेसी अधीक्षक, डॉ० अरुण शर्मा, डा०शीतल,डॉक्टर दिनेश गोयल,डा० नरसिंह नारायण तिवारी, डा० दीपशिखा, डॉ० प्रियरंजन तिवारी, डा० भावना मित्तल, डॉक्टर आदिति पांडे , डॉ शिखा , डॉ पल्लवी,डॉक्टर नेहा जोशी, आदि एवं वरिष्ठ शिक्षक , चिकित्सक, हरीश चंद्र गुप्ता राहुल तिवारी, जगदीश कैंतूरा, हरीश चंद्र पंत, पीजी यूजी बीएमएस के छात्र-छात्राएं एवं कर्मचारी स्टाफ आदि मौजूद रहे।