जौनसार की दो बेटियाँ बनी असिस्टेंट प्रोफेसर

भारत चौहान

देहरादून,जौनसार की दो बेटियाँ बनी असिस्टेंट प्रोफेसर
एक समय था जब जौनसार की महिलाएँ केवल खेती-बाड़ी और रसोई के कार्यों तक सीमित थी, समय के साथ-साथ जौनसार बावर की महिलाओं ने भी आगे बढ़कर तरक्की की है।
उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखण्ड के लिए चयनित असिस्टेंट प्रोफेसर को मुख्यमंत्री ने विधिवत जॉइनिंग पत्र भेंट किया, जिसमें उत्तराखण्ड के सुप्रसिद्ध लोक गायक डां नंदलाल भारती की सुपुत्री शिखा भारती और रेलवे विभाग में लोको पायलट गडेता निवासी गुमान सिंह चौहान की सुपुत्री प्रमिला चौहान को जॉइनिंग पत्र भेंट किए गए।
जौनसार बावर की जिन दोनों बेटियों का चयन उच्च शिक्षा विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हुआ है, ये दोनों ही बेटियाँ भविष्य में उत्तराखण्ड में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं को अंग्रेजी पढ़ायेगी।
शिखा भारती सबसे कम आयु की असिस्टेंट प्रोफेसर है। शिखा ने यूजीसी नेट परीक्षा तीसरी बार पास की और डेढ़ वर्षों तक उत्तरांचल यूनिवर्सिटी, 1 वर्ष ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में इंग्लिश के लेक्चरर के रूप में अपनी सेवाएं दी।
शिखा भारती सन् 2009 से नियमित रूप से जौनसार बावर जनजाति की संस्कृति के कार्यक्रमों में भी प्रतिभाग करती आई है। उत्तराखण्ड सहित जम्मू- कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ लोक संस्कृति के कार्यक्रमों में भी प्रतिभाग किया। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से मास्टर आफ फिलॉसफी पूरा करने के बाद वह जौनसारी संस्कृति पर शोध कार्य भी कर रही है।
प्रमिला चौहान भी अंग्रेजी के साथ-साथ संगीत की अच्छी लोक गायिका है। उन्होंने प्रथम बार ही 2019 में यूजीसी नेट की परीक्षा पास की, दिल्ली यूनिवर्सिटी और गढ़वाल यूनिवर्सिटी से आपकी पढ़ाई हुई और वर्तमान में प्रमिला चौहान भी पीएचडी कर रही है।
उन्हें जितना समय मिलता है संगीत के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी जारी रखे हुए हैं। आपके पिता श्री गुमान सिंह चौहान रेलवे में लोको पायलट है। जौनसारी संस्कृति पर आधारित लोक गायिका इन दोनों ही बेटियों के उच्च शिक्षा विभाग में चयनित होने पर सम्पूर्ण जौनसार बावर में खुशी की लहर है।