पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के अवतरण दिवस की पूर्व संध्या पर परमार्थ निकेतन पधारे पूज्य रमेश भाई ओझा जी और विख्यात सूफी गायक श्री कैलाश खेर जी
ऋषिकेश, 2 जून। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज को उनके अवतरण दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ल्ड बुक आॅफ रिकाॅडर्स की ओर से ‘भारत कीर्तिमान अलंकरण’ से सम्मानित किया गया।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से इंटरनेशलन प्रेसिडेंट श्रीमती प्रिया शर्मा, वाइस प्रेसिडेंट श्री रोहित शर्मा और जनरल सेक्रेटरी श्री अभिषेक कौशिक जी ने पावन गंगा तट पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज को ‘भारत कीर्तिमान अलंकरण’ पुरस्कार प्रदान किया।
श्रीमती प्रिया शर्मा जी ने कहा कि स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज अपनी प्रत्येक श्वास को मानवता और पर्यावरण को समर्पित कर रहे हैं। उनके जीवन का मूल मंत्र ही है ईश्वर और मानवता की सेवा करना। भारत कीर्तिमान अलंकरण पुरस्कार स्वामी जी को मानवता और पर्यावरण के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिये प्रदान किया गया।
दिव्य गंगा आरती से स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि जीवन में हिमालय सी ऊँचाई हो सागर सी गहराई हो और राष्ट्रप्रेम से युक्त जीवन हो। भारत के पास दिव्यता और पवित्रता से युक्त धाम है और विशिष्ट व्यक्तित्व भी है।
स्वामी जी ने सभी पूज्य संतों और विशिष्ट अतिथियों को रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर सभी का अभिनन्दन किया।