सन्त निरंकारी मिशन के तत्वाधान में हुआ 601 यूनिट रक्त संचय

 

सन्त निरंकारी मिशन के तत्वाधान में हुआ 601 यूनिट रक्त संचय
देहरादून, ! रक्तदान जीवनदान, महादान। इससे बड़ा कोई दान नहीं। मानव एकता दिवस के अवसर पर में ब्रांच देहरादून, हरिद्वार बाईपास रोड़ पर विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस रक्तदान शिविर में रक्त दाता भारी संख्या में सम्मिलित हुए। सुबह से ही रक्त दाता लाईनों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे। आवश्यक डॉक्टरी जांच पूरी होने के पश्चात योग्य रक्त दाताओं द्वारा रक्तदान किया गया। इस रक्तदान शिविर में श्री महन्त इन्देश हॉस्पिटल से श्री अमित चन्द्रा, श्री मोहित चावला, डॉ0 त्रिशिला, डॉ0 हनी नेगी, डॉ0 अंकित, डॉ0 राजेश कुकरेती, डॉ0 विकास, डॉ0 विपिन तथा कोडिनेटर पी0आर0ओ0 तथा राजकीय चिकित्सालय दून हास्पिटल से डॉ0 नितेश, श्रीमती अनीता सकलानी (काउन्सिलर), डॉ0 आयुष, डॉ0 अन्सूल, डॉ0 अंजलि सिंह, डॉ0 यमकी माटे आदि ने अपनी सेवायें दी। इस रक्तदान शिविर में देहरादून, प्रेमनगर, विकासनगर, डोईवाला, बालावाला, ऋषिकेश के सन्तो भक्तों ने अपना पूर्ण योगदान दिया। रक्तदान के लिए संगत का अच्छा खासा उत्साह देखा गया। रक्तदान शिविर में कुल 601 यूनिट रक्त एकत्र हुआ।


मानव एकता दिवस के अवसर पर आयोजित रक्तदान शिविर में अनेको समाजसेवी तथा गणमान्य अतिथि भी उपस्थित हुए, जिसमें मा0 गणेश जोशी, कृषि मन्त्री, उत्तराखण्ड सरकार तथा मा0 चन्दनराम दास, परिवहन मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार ने भी शिरकत की। अपने उद्धबोधन में उन्होंने कहा कि सन्त निरंकारी मिशन प्यार एवं भाईचारे का का मिशन है। यहॉ पर एकता दिखाई देती है। निरंकारी भक्त निरन्तर मानवता की सेवा के लिए तत्पर रहते है।
मसूरी जोन के जोनल इंचार्ज श्री हरभजन सिंह जी ने यह जानकारी दी कि आज सत्गुरू माता सुदीक्षा सविन्दर हरदेव सिंह जी महाराज के आर्शीवादों से सन्त निरंकारी चैरिटेबिल फाउन्डेशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर देहरादून के अलावा, जिला उत्तरकाशी, पौड़ी, टिहरी, ज्वालापुर (हरिद्वार) में भी लगाये गये। श्री हरभजन सिंह जी ने यह भी बताया कि सन्त निरंकारी मिशन द्वारा सन् 1986 से 2021 तक 6991 कैम्प लगाकर कुल 11,58,760 यूनिट रक्त डोनेट कर चुका है। इस रक्तदान शिविर को सफल बनाने में स्थानीय ब्रांच संयोजक नरेश विरमानी जी, संचालक श्री मंजीत सिंह जी, क्षेत्रीय संचालक श्री दिलवर सिंह पंवार एवं सेवादल के समस्त भाई-बहनों ने समस्त सेवाओं को सुन्दर रूप प्रदान किया।