संगठन मंत्री सुकर्म पाल राणा ने कहा कि भारतीय किसान संघ गत 43 वर्षों से किसानों को जागरूक और संगठित कर रहा है
रुड़की,दत्तोपंत ठेंगड़ी जीने 4 मार्च 1979 को राजस्थान के कोटा शहर में भारतीय किसान संघ की स्थापना की ताकि किसान स्वाभिमान के साथ संगठित हो सके, आत्मनिर्भर किसान समर्थ भारत की संकल्पना के साथ लाभकारी मूल्य ,किसान जमीन का मालिक बने, ऋण लेते समय किसान में ही पर्याप्त मानी जाए ,गो आधारित प्राकृतिक खेती से किसान खुशहाल बन सकता है और उसका आत्महत्या से पिंड छूट सकता है ,
हरिद्वार जनपद की रुड़की तहसील के नारसन विकासखंड के ग्राम निजामपुर हरचंदपुर भारतीय किसान संघ अपना अस्तित्व स्थापना दिवस कार्यक्रम मनाया गया, श्रीमान सतपाल सिंह की अध्यक्षता में और राहुल सैनी के संचालन में भारतीय किसान संघ का कार्यक्रम संपन्न हुआ ,
इस अवसर पर उत्तराखंड के संगठन मंत्री सुकर्म पाल राणा ने कहा कि भारतीय किसान संघ गत 43 वर्षों से किसानों को जागरूक और संगठित कर रहा है ,जिसको लेकर किसानों के अंदर आत्मविश्वास और संगठन का भाव राष्ट्रहित में निर्माण हो राष्ट्र के विरोध में किसान संघ का कोई भी कार्यकर्ता कार्य नहीं करेगा ,इसी के लिए भारतीय किसान संघ आज संपूर्ण देश के लगभग 500 जनपदों में अपनी जिला समितियों का गठन कर चुका है और सभी जनपदों में देसी गाय आधारित है प्राकृतिक खेती से किसानों को जोड़ रहा है ताकि उसकी लागत कम हो और उसका उत्पादन बढ़े और उसको लाभकारी मूल्य प्राप्त हो, ध्यान रखकर धरती की शान समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर आगे बढ़ रहा है ,इसके अलावा भारतीय किसान संघ परिवार में देसी गाय पालने पर भी जोर दे रहा है ताकि देसी गाना आधारित प्राकृतिक खेती करके खुशहाल हो और राष्ट्र भी खुशहाल हो देश के हम भंडार भरेंगे लेकिन कीमत पूरी रहेंगे हर किसान हमारा नेता है ,किसान शक्ति जागेगी ,सारी समस्या भागेगी ,
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा श्रीमान नफे सिंह, सुनील कुमार ,अरुण कुमार ,आनंद कुमार ,सुधीर कुमार, अमित कुमार, सत्येंद्र कुमार ,अंकित कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किए और संगठन मजबूत करने का संकल्प लिया ,