एमजेएस महाविद्यालय में ऑनलाईन एलुमनाई मीट का हुआ आयोजन
भिण्ड 17 फरवरी 2022/शासकीय एम.जे.एस. स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिण्ड में ऑनलाइन एलुमनाई मीट का आयोजन किया गया। पूर्व छात्र सम्मेलन में महाविद्यालय के कई पूर्व गणमान्य छात्रों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दी और अपने-अपने बैच के महत्वपूर्ण व यादगार क्षणों को महाविद्यालय और अपने साथियों के साथ साझा किया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में प्रख्यात पत्रकार, कवि, संपादक डॉ. राकेश पाठक ने अपने महाविद्यालयीन अनुभवों को सामिल करते हुये बताया कि उनके समय में महाविद्यालय में सांस्कृतिक गतिविधियां महत्वपूर्ण हुआ करती थी। हम मित्रों ने जिला संभाग एवं प्रदेश स्तर पर कई सम्मान किये थे। इसके बाद सहडोल जिले के सी.एम.आर. और आदिशंकराचार्य व भगवान परशुराम जैसे प्रसिद्ध उपन्यासों के लेखक राजीव शर्मा जी ने अपना महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया कि उनके समय में महाविद्यालय शैक्षणिक स्तर पर काफी उंचा था तथा सांस्कृतिक गतिविधियां भी नियमित रूप से संचालित होती थी।
अपने वक्तव्य के अन्त में आपने आश्वासन भी दिया कि महाविद्यालय में कोर्स, स्टाफ, विस्तार आदि से सम्बन्धित समस्याओं को हल करने में भी उनका सहयोग लिया जा सकता है। तदोपरान्त एक अन्य पूर्व छात्र श्री अजय वाजपेयी जी ने भी अपने छात्र जीवन के महत्वपूर्ण यादगार क्षणों को साझा करने के साथ-साथ अपने गजलों की तरन्नुम में प्रस्तुति देकर साथी मित्रों, श्रोताओं एवं दर्शकों को भी आल्हादित किया। इसके बाद कमिश्नर सेन्ट्रल कस्टम एक्साइज, चण्डीगढ श्री रमन मेहता जी ने भी अपने छात्र जीवन के अनुभव और तत्कालीन प्रोफेसरों के अनुशासन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इसके बाद एक अन्य महत्वपूर्ण शायर अतुल अजनबी जी ने भी अपने अनुभव को साझा करते हुए उस समय कॉलेज के सामने मारे गये एक नाग-नागिन और उससे जुडे अंधविश्वासों के बारे में भी बताया। साथ ही उन्होंने अपनी मधुर आवाज में गजल और शेर पढकर उपस्थित जनों को प्रसन्नता से भर दिया। इसके अतिरिक्त सिविल जज रानू पाल जी ने भी अपने छात्र जीवन के अनुभवों को साझा किया और इस प्रकार की आयोजनों में अपनी सतत भागीदारी हेतु भी सहमति दी।
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम मेंविजेन्द्र यादव, कौशलेन्द्र सिंह जादौन, फ्लोरिडा यू.एस.ए., पत्रकार गणेश भारद्वाज, पत्रकार एवं संपादक रामानंद सोनी, उपेन्द्र सिंह कुशवाह, ए.असफल, डॉ. जितेन्द्र विसारिया, प्रो. देवेन्द्र सिंह, डॉ. राजेन्द्र सिंह राठौर, डॉ. गजेन्द्र सिंह, प्रो. आशीष गुप्ता, डॉ. हेमन्त कुमार दुबे इत्यादि ने भी अपने-अपने महत्वपूर्ण स्मरणीय अनुभव साझा किये। मित्रगणों ने गजल संस्मरण इत्यादि से एक-दूसरे का मनोरंजन किया। कार्यक्रम का स्वागत वक्तव्य रसायनशास्त्र की प्रोफेसर डॉ. ऋचा सक्सेना और वाणिज्य विभाग के प्रो. कमल कुमार हिण्डोलिया ने दिया। बीज वक्तव्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनूप श्रीवास्तव जी ने दिया। आभार प्रो. अभिषेक यादव द्वारा प्रदान किया गया। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संयोजन डॉ. आभास अस्थाना ने किया।