हिमवंत कवि चन्द्र कुंवर बत्वाॅल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पोखरी,चमोली के वार्षिकोत्सव में आयोजित हुए सांस्कृतिक प्रतियोगितात्मक कार्यकम*

 

प्रदीप कुमार

चमोली/श्रीनगर गढ़वाल। हिमवंत कवि चन्द्र कुंवर बत्वाॅल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी,चमोली में प्राचार्य प्रो.पंकज पंत की अध्यक्षता में वार्षिकोत्सव सांस्कृतिक प्रतियोगितात्मक कार्यक्रम संपन्न हुए। कार्यक्रम संयोजक एवं समारोह में डॉ.नंद किशोर चमोला ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में एकल गीत,लघु फिल्म,रंगोली, मेंहदी,सामूहिक नृत्य इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो.डी.आर.पुरोहित रहे।कार्यक्रम की शुरूआत चंद्रकुंवर बर्तवाल की मूर्ति पर माल्यार्पण कर समारोह प्रेक्षागृह में दीप प्रज्जवलन के साथ की गई। इसके पश्चात् सरस्वती वंदना,अतिथि गायन-आवा श्रीमान आसन विराजा सुस्वागतम् च के पश्चात् मुख्य अतिथियों का स्वागत किया गया। आई.क्यू.ए.सी.समन्वयक डॉ.संजीव कुमार जुयाल ने मुख्य अतिथि प्रो.डी.आर.पुरोहित का जीवन परिचय कराते हुए सांस्कृतिक क्षेत्र में उनके द्वारा प्राप्त उपलब्धियों में डोल,जागर,गढ़वाल संस्कृति के साथ साथ राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रकाशन,सम्मान एवं संघर्षों से छात्रों को अवगत कराया। प्राचार्य प्रो.पंकज पंत ने महाविद्यालय की उपलब्धियों में ग्राम शोध कार्य,कार्यशाला,कौशल विकास कार्यक्रम,महाविद्यालय में शिक्षकों द्वारा किए गए राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रकाशन एवं छात्र उपलक्ष्यिों के साथ साथ छात्रों को डी.आर.पुरोहित के जीवन संघर्ष एवं उनकी संस्कृति पर किए गए कार्यों के रोचक तथ्यों पर अपना व्याख्यान दिया। मुख्य अतिथि प्रो.डी.आर.पुरोहित ने अपने संबोधन में नागनाथ की संस्कृति तथा छात्रों को कौशल विकास तथा ज्ञान वृद्धि के लिए किताबों के अधिक से अधिक अध्ययन पर बल दिया।उन्होंने भाषा और संस्कृति के महत्व को समझाते हुए बताया कि भाषा के आधार पर संरकृति को पुनर्जीवित किया जा सकता है साथ ही गूगल आश्रित न रहने तथा खदेड पट्टी परंपरा में न चलने की सलाह दी।कार्यक्रम में सांस्कृतिक समिति के सदस्य डॉ.रेनु सनवाल,डॉ.शशि चौहान,डॉ.अंशु सिंह,डॉ.कंचन सहगल,डॉ.रामानंद उनियाल,डॉ.सुनीता मेहता,डॉ.कीर्ति गिल,डॉ.आरती रावत,डॉ.राजेश भट्ट,डॉ.प्रवीन मैठाणी,डॉ.आयुष बर्तवाल के सहयोग से कार्यक्रम संपन्न हुआ। इन प्रतियोगिताओं के निर्णायक मण्डल के सदस्यों डॉ.चंद्रसुत हरिओम,डॉ.वर्षा सिंह,डॉ.अनिल कुमार,डॉ.अंजली रावत,डॉ.जगजीत सिंह द्वारा प्रतियोगिताओं के परिणाम घोषित किए गए। मेंहदी प्रतियोगिता के समूह ए में कशिश प्रथम,समूह सी में प्रियंका द्वितीय,समूह बी में साक्षी तृतीय, रंगोली प्रतियोतिगता में समूह ए प्रथम,समूह बी द्वितीय,समूह सी तृतीय,लघु फिल्म प्रतियोगिता में समूह ए में कंचन प्रथम,समूह सी में दीया द्वितीय समूह बी में हिमानी तृतीय,एकल नृत्य प्रतियोगिता में संध्या प्रथम,कंचन द्वितीय,मानसी तृतीय,एकलगीत में युक्ति प्रथम,खुशी द्वितीय, कंचन तृतीय,समूह नृत्य में समूह सी प्रथम,समूह ए द्वितीय समूह बी तृतीय,तत्क्षण भाषण में प्रथम मानसी,द्वितीय दीया,तृतीय विभूति तथा समूह गीत प्रतियोगिता में ग्रुप बी प्रथम,ग्रुप सी द्वितीय ग्रुप ए तृतीय रहे।इन संपूर्ण प्रतियोगिताओं में समूह सी प्रथम,समूह ए द्वितीय तथा समूह बी तृतीय चैंपियन रहे। कार्यक्रम में श्रवण सती,महिपाल सिंह रावत,रामेश्वर प्रसाद चमोला,शशि चमोला,लता बर्तवाल,ऋषि प्रसाद भट्ट,विरेन्द्र राणा,मंदोदरी पंत,एवं डॉ.के.पी.चमोली,डॉ.दीपारानी तथा क्षेत्र के अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा छात्र संघ अध्यक्ष सचिव, उपाध्यक्ष प्रियांजली,यू.आर. अंकित चौधरी,छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष संदीप बर्तवाल इत्यादि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ.नंद किशोर चमोला द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम के अंत में। उन्होंने सभी अतिथियों,प्राध्यापक,प्राध्यापिकाओं,कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं का कार्यक्रम के सफलतापूर्वक कियान्वयन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीयगान के साथ किया गया।