प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंटआबू के श्रीनगर शाखा की ओर से पहली बार धर्मनगरी श्रीनगर में श्रीमद्भागवत गीता महा सम्मेलन आयोजित होगा। कार्यक्रम 21 अप्रैल रविवार को सर्राफा धर्मशाला निकट जैन मंदिर के समीप प्रात: साढ़े दस बजे से शुरु होगा। जिसमें विभिन पीठों के जगदगुरु एवं महामंडलेश्वर समेत पूरे गढ़वाल भर के मठ-मंदिरों के पुजारियों एवं संतों का निमंत्रण दिया गया। गीता महासम्मेलन का मुख्य उद्देश्य गीता के ज्ञान को जन-जन तक पहुंचना है।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के निदेशक राजयोगी बीके मेहरचंद ने बताया कि गीता ज्ञान को व्यवहारिक रूप में अपने जीवन में उतार कर मानव जीवन को कैसे श्रेष्ठ बनाया जा सकता है, इसको लेकर श्रीनगर में श्रीमद्भागवत गीता महा सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन के माध्यम से गीता ज्ञान रूपी श्रीमत को संतो,विद्वानों एवं विचारकों के माध्यम से आम जनमानस तक पहुंचा जायेगा। बी.के.मेहरचंद ने बताया कि सम्मेलन में बह्मा कुमारीज माउंट आबू के एडिशनल सेक्रेटरी जनरल बी.के.बृजमोहन,सुप्रसिद्ध अर्न्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता बीके डॉ.ऊषा दीदी भी पहुंचेगी तो प्रसिद्ध समाजशास्त्री महाराष्ट्र से पूर्व आईएसएस स्वामी कमलानंद,परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद महाराज,वृंदावन से आचार्य देव मुमारी बापू,रूड़की से पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी दिनेशानंद भारती,अयोध्या से जगदगुरू स्वामी ओंकारानंद,अखिल भारतीय आखड़ा परिषद व मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी महाराज,अनंत विभूषित जगदगुरु स्वामी यतीन्द्रानंद गिरी,मातृसदन से स्वामी शिवानंद महाराज,बालाजी धाम हरिद्वार से महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज,निरंजनी अखाड़ा से महंत नागा दिगम्बर कुणान गिरी महाराज के संबोधन व विचार सुनने को मिलेगे। इसके साथ ही विशेष आमंत्रित सदस्यों में कोटेश्वर मंहत शिवानंद गिरी महाराज,स्वामी सरजू दास,सिद्धेश्वरानंद,अक्षयानंद सरस्वती,अजय पुरी,महंत आशुतोष पुरी,सुखदेव पुरी,नितिन पुरी,महोदव प्रसाद उनियाल सहित 100 से अधिक मंदिरों के पुजारियों को महासम्मेलन में निमंत्रण दिया गया है। बी.के.मेहरचंद ने बताया कि सभी संत समाज को कार्यक्रम में सम्मानित किया जायेगा। कहा कि कार्यक्रम में आकर्षण का केन्द्र अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक गायक एवं मिमिक्री आर्टिस्ट बी.के.नितिन रहेगे। उन्होंने नगर क्षेत्र की जनता से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर गीता का ज्ञान लेने का आह्वान किया गया है।