ऑटिज्म युवा भी करेंगे मतदान, ऑटिज्म दिवस मनाया गया धूमधाम से

देहरादून ।डी.ए.वी. (पीजी) कॉलेज, देहरादून में विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस 2024 एवं सुगम्य मतदान जागरूकता कार्यक्रम का सफलतापूर्वक हुआ आयोजन
डी ए वी पीजी कॉलेज देहरादून के ऑडिटोरियम में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र देहरादून (संचालक मुनीशाभा सेवा सदन एवं पुनर्वास संस्थान) तथा डी ए वी पी जी कॉलेज, समदृष्टि क्षमताविकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम) प्रांत उत्तराखंड एवं दून डिफरेंटली एबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में विश्व स्वलीनता दिवस व सुगम्य मतदान जागरूकता कार्यक्रम के दौरान सभी उपस्थित दिव्यांगजन अभिभावकों तथा युवाओं एवं सभी जनों को मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया गया तथा सुदृढ़ राष्ट्र एवं मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदान करना नितांत आवश्यक है इस हेतु सभी उपस्थित प्रतिभागियों को आह्वान किया गया । सभी ने मतदान शपथ करने के बाद भारत माता की जय का उद्घोष भी किया 350 से अधिक युवाओं परास्नातक एवं स्नातक के छात्र-छात्राओं तथा 50 से अधिक दिव्यांगजन विभिन्न दिव्यांगताओ से ग्रसित व उनके अभिभावकों ने कार्यक्रम में प्रतिभा किया।
आज दिनांक 2 अप्रैल, 2024 को डी.ए.वी. (पीजी) कॉलेज, देहरादून के पूरण सिंह नेगी सभागार में विश्व आटिज्म जागरूकता कार्यक्रम का सफलता पूर्वक आयोजन किया गया , कार्यक्रम “रंग विविधता का जश्न” कि थीम पर आधारित रहा | जिसमें बच्चों कि सक्रीय भागीदारी रही , शहर के जाने माने डॉक्टरों को आमंत्रित किया गया |
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया , जिसके क्रम मे डी.ए.वी. (पीजी) कॉलेज के प्राचार्य सुनील कुमार जैन ने संबोधन भाषण दिया जिसमे उन्होंने आटिज्म के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना एवं समाज में उनके स्वीकार्य को बढावा देने संबधित महत्वपूर्ण तथ्यों को उद्घोषित किया साथ ही उन्होंने प्रभावशाली एवं महत्वपूर्ण कार्यक्रम के लिए IQAC और जिला विकलांगता पुनर्वास केंद्र के सहयोगात्मक प्रयासों कि सराहना कि | IQAC कि समन्वयक डॉ . ओनिमा शर्मा ने विश्व आटिज्म जागरूकता दिवस कार्यक्रम कि अप्रिहारिता पर बल देते हुए कार्यक्रम कि थीम “ रंग विविधता का जश्न” कि स्वीकृति को बढावा देने के महत्व पर प्रकाश डाला विख्यात विद्वान विशेषज्ञों ने आटिज्म जागरूकता के समर्थन को आगे बढ़ाने के उद्देश्य हेतु वर्तमान रुझानों और पहुलुओं पर मूल्यवान दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए व्यवाहरिक परिस्थितयो को उजाकर किया |
कार्यक्रम का मुख आकर्षण डी.ए.वी. (पीजी) कॉलेज, के प्रवक्ता डॉ . विकास चौबे द्वारा संचालित सफल पैनल चर्चा विषय विशेषज्ञों के साथ कि गई , चर्चा के मुख्य बिंदु प्रचलित अवधारणा में प्रारभिक हस्तक्षेप , समावेशी शिक्षा , सामुदायिक समर्थन और आटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों के लिए सशक्तिकरण कि रणनीति शामिल थी|

कार्यक्रम का आकर्षण बिंदु ‘द उड़ान स्कूल’ के बच्चो द्वारा दी गई रंगारंग प्रस्तुति रही | जिसमे मास्टर आदित्य के द्वारा अद्भुत शिव तांडव नृत्य प्रस्तुत किया गया , केदार , आदित्य, शुभम पुंडीर , शौयारा , कृष्णा एवं अनमोल के द्वारा देशभक्ति गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया साथ ही आदर्श के द्वारा बॉलीवुड गाने पर शानदार प्रदर्शन ने सभी को आनंदित किया | डी.ए.वी. (पीजी) कॉलेज,देहरादून के छात्र-छत्राओं द्वारा नृत्य कि सुन्दर प्रस्तुति दी गई , सुन्दर प्रस्तुति ने दर्शको को भावुक कर दिया ।
ऑटिज्म विषय पर चर्चा पर चर्चा में
डॉ रोहित गोंडवाल कंसलटेंट राजकीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सेलाकुई देहरादून,डॉ. भरत (सलाहकार मनोवैज्ञानिक),डॉ. बी. प्रतिभा शर्मा (सलाहकार मनोवैज्ञानिक),डॉ. सलोनी आनंद अरोड़ा (पुनर्वास मनोवैज्ञानिक जिला दिव्यांग को निवास केंद्र देहरादून,डॉ. सोना कौशल (सलाहकार न्यूरो मनोवैज्ञानिक और बाल मनोविज्ञान में विशेषज्ञ),डॉ. श्रुति कुमार (एमबीबीएस, डीसीएच, डीएनबी बाल रोग विशेषज्ञ और अक्ष बाल विकास केंद्र के संस्थापक) उपस्थित रहे तथा उन्होंने विभिन्न बिंदुओं पर अपनी-अपने विचार प्रकट किया अंत में राजकीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सेलाकुई देहरादून से पहुंचे अति विशिष्ट अतिथि डॉ रोहित गोंडवाल ने ऑटिज्म विषय पर मेडिकेशन की मेहता को बताते हुए बताया कि किसी भी प्रकार ऑटिज्म से पीड़ित दिव्यांग को अन्य भी मनोवैज्ञानिक समस्याएं हो सकती हैं जिनका निदान थेरेपी अथवा दवाइयां द्वारा किया जाना नितांत आवश्यक है।
जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के नोडल अधिकारी एवं सक्षम के प्रांत से सचिव अनंत प्रकाश मेहरा ने वर्तमान परिपेक्ष में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए बताया सभी ऑटिज्म से पीड़ित दिव्यांगजन मतदान कर सकते हैं इस संबंध में उनके अभिभावक उनका प्रशिक्षण कर उनके सहयोगी के रूप में मतदान बूथ तक जा सकते हैं तथा उनका सक्षम ऐप पर पंजीकरण कर कर उनको दिव्यांग जन्मदाता के रूप में पंजीकृत अवश्य करें।
इस दौरान किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य एवं सक्षम की प्रात महिला प्रमुख निरुपमा रावत ने भी अपने विचार दिव्यांग जनों के अधिकारों को लेकर रख उन्होंने बताया प्रत्येक ऑटिज्म से पीड़ित दिव्यांगजन अपने अधिकारों के लिए अपने अभिभावकों के माध्यम से आगे आए तथा बढ़-चढ़कर समाज की मुख्य धारा में सम्मिलित हो।
ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों के माता-पिता द्वारा व्यक्तिगत कहानियों और अनुभवों की हार्दिक साझेदारी ने सभी उपस्थित लोगों के दिलों को छू लिया, जिससे ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे के पालन-पोषण की खुशियों और चुनौतियों की एक गहरी मार्मिक और प्रामाणिक झलक दिखी |
कार्यक्रम का समापन डी.ए.वी. (पीजी) कॉलेज कि प्रवक्ता डॉ . उषा पाठक द्वारा धन्यवाद संप्रेषित करते हुए सभी के प्रति आभार प्रस्तुत किया | ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों के लिए स्वीकृति, समावेशन और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

विशिष्ट उपस्थित लोगों में डॉ रोहित गोंदवाल कंसलटेंट- राजकीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सेलाकुई देहरादून,प्रोफेसर एस.पी.जोशी, प्रोफेसर के.आर. जैन, डॉ. जस्सल, डॉ. प्रशांत सिंह, डॉ रवि दीक्षित, डॉ विनीत विश्नोई, डॉ अतुल सिंह, डॉ नैना श्रीवास्तव, प्रोफेसर अंजू बाली पांडे, डॉ पारुल दीक्षित, प्रोफेसर शिखा नागलिया, डॉ ज्योति सेंगर, अनंत प्रकाश मेहरा प्रांत सह सचिव सक्षम, निरुपमा सूद प्रांत महिला प्रमुख सक्षम, मीनाक्षी डोभाल, सपना तिवारी समृद्धि तिवारीऔर अन्य सम्मानित संकाय कॉलेज के सदस्य, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम के महत्व को बढ़ा दिया।