मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में नेत्र रोग विभाग में डॉ.युसूफ रिजवी ने संभाला विभागाध्यक्ष का कार्यभार

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के नेत्र रोग विभाग में लम्बे समय बाद स्थाई प्रोफेसर के रूप में डॉ.युसूफ रिजवी ने कार्यभार ग्रहण किया गया। प्रो.रिजवी इससे पूर्व देहरादून के दून अस्पताल में चिकित्सा अधीक्षक एवं नेत्र रोग विभाग में एचओडी के पद पर कार्य कर चुके है। जबकि 18 साल वायु सेना में तथा बरेली के मेडिकल कॉलेज में अपनी सेवाएं दे चुके है।
नेत्र रोग विभाग में एचओडी का कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्रो. युसूफ रिजवी ने बताया कि उनका पहला मकसद है कि गढ़वाल क्षेत्र के लोगों को नेत्र रोग को बेहतर इलाज बेहतर सुविधा के साथ दिलाना है। कहा कि मेडिकल कॉलेज में सबसे पहले आई बैंक की स्थापना करना होगा। जिससे नए डोनर से मानव कॉर्निया को इकट्ठा करने के लिए एक जगह बन सके और कॉर्नियल दोष से प्रभावित नेत्रहीनों की आंखों में ट्रांसप्लांट किया जा सके। इसके साथ ही मोबाइल सर्विस दूरस्थ क्षेत्रों में देना है। ताकि लोगों को घर-गांव में ही नेत्र संबंधी दिक्कतें की जानकारी एवं जागरूकता आ सके। प्रो.रिजवी ने बताया कि बेस चिकित्सालय में ही चश्मे बनाए जाए इसके लिए कार्य किया जायेगा। कहा कि अभी तक मरीजों को चश्मे का नंबर दे दिया था, किंतु चश्मे कहां बनाये इसको लेकर भटकना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पहाड़ से कई मरीज आज भी इलाज के लिए दून आते है, किंतु आंखों के इलाज के लिए दून ना जाना पड़े इसके लिए आंखों की स्पेशलिस्ट सर्विस शुरु की जायेगी। प्रो.रिजवी ने बताया कि बेस चिकित्सालय में ग्लूकोमा स्क्रीनिंग,कॉर्निया सहित अन्य प्रत्यारोपण की सुविधाएं शुरु की जायेगी। कहा कि आयुष्मान से अधिक से अधिक सुविधा लोगों को मिले इसके लिए कार्य किया जायेगा। जबकि जन औषधि केन्द्र व अस्पताल में नेत्र संबंधी संभी दवाईयां मरीजों को मिले इसके लिए कार्य किया जायेगा। बता दें कि प्रो.युसूफ रिजवी की पत्नी प्रो.गजाला रिजवी पहले से मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग की एचओडी है।