प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। आंचल डेरी श्रीनगर के द्वारा कठूड व पोखरी में स्वच्छ दुग्ध उपार्जन गोष्ठी की गई जिसमें कहां गया कि समितियां से जुड़े हुए पशुपालक समृद्ध सशक्त और आत्मनिर्भर बनने का सार्थक प्रयास कर रहे हैं। इस अवसर पर कमलेश राणा ने कहा कि दुग्ध उत्पादन समिति से जुड़े कठुड़,पोखरी के पशुपालक अपनी मेहनत और लग्न से दुग्ध उत्पादन को पढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और गांव में रहने वाले पशुपालक दुग्ध उत्पादन की समृद्धि भी सुनिश्चित करें। आंचल डेरी की फील्ड सुपरवाइजर सुनीता चन्दोला ने कहां की दुग्ध उत्पादन की बढ़ोतरी के लिए विचार करें की समिति के माध्यम से दुग्ध कैसा बढ़ाया जाए,अन्य जिलों के मुकाबले हमारे यहां दुग्ध उत्पादन क्षमता कम है इसको कैसा बढ़ाया जाए इस ओर ध्यान देना बहुत जरूरी है और नस्ल में सुधार करने हेतु ग्रामीणों को विशेष जानकारियां दी गई। समिति से जुड़े पशुपालक सुनिश्चित करें कि गाय भैंस के पालन से हम अपनी आजीविका कैसे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए अच्छा घास चारा दे साथ ही पशुओं को अच्छा स्वास्थ्य मिले इस दिशा में भी ध्यान देने की जरूरत है। कार्यक्रम में प्रधान अनीता देवी ने भी अपने विचार में कहा कि पशुपालकों की समृद्धि के लिए राज्य सरकार पशुपालकों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से समृद्ध सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। कार्यक्रम में समिति की सभी महिलाएं उपस्थित रही