देहरादून- राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, देहरादून शाखा से ब्रह्माकुमारी प्रजापिता के ‘‘नशा मुक्त भारत अभियान’’ का उत्तराखंड में शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संगठन द्वारा समाज हित के लिए नशा मुक्ति का जो संकल्प लिया है वह सराहनीय है।
राज्यपाल ने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जिसका प्रभाव न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य पर होता है, बल्कि उसके परिवार, समाज और देश के विकास पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ता है यह पूरी मानवता के लिए एक अभिशाप है। उन्होंने कहा कि व्यसन और नशे की लत न केवल स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है, अपितु मानसिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन को भी प्रभावित करती है। इसलिए समाज को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए हम सभी के द्वारा मिलकर प्रयास किए जाने चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि कई युवा बुरे व्यसनों की लत का शिकार होकर अपना भविष्य तो बर्बाद कर ही रहे हैं, इसके साथ ही गुनाह की राह पर भी आगे बढ़ रहे हैं जो हमारे लिए चिंता का विषय है। आज आवश्यकता इस बात की है कि नशे के आदी लोगों को, खासकर युवाओं को सही राह दिखाकर उन्हें नया जीवन देने के लिए पूरा समाज इस दिशा में जिम्मेदारी से सामूहिक प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भी 2025 तक प्रदेश को ड्रग्स फ्री बनाने का लक्ष्य रखा है। इस तरह के संगठनों के सहयोग से इस कार्य में अवश्य सफलता मिलेगी। राज्यपाल ने कहा कि नशे के नेटवर्क का खात्मा किया जाने के लिए भी सभी के सहयोग की जरूरत है ताकि इस बुराई को समाज से समूल नष्ट किया जा सके।
राज्यपाल ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि ब्रह्माकुमारीज संगठन दुनिया के 140 देशों में लोगों का सामाजिक और आध्यात्मिक सशक्तीकरण कर रहा है। ब्रह्माकुमारीज़ संगठन ने समाज में बदलाव लाने के लिए बहुत से कार्य किए हैं। चाहे वह नशा मुक्त अभियान हो या स्वच्छता अभियान या जल संरक्षण अभियान संगठन ने समाज में जागरूकता फैलाने में योगदान दिया है।
राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया है कि हम सभी मिलकर सामूहिकता की भावना से इस मिशन की सफलता के लिए कार्य करें, तो निश्चित रूप से हम एक नशा मुक्त समाज का निर्माण करने में सफल होंगे।