प्रदीप कुमार
देवप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल। अपनी कक्षाओं में अंकों के आधार पर श्रेष्ठ तीन स्थानों पर रहे केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर देवप्रयाग के छ: छात्रों को ‘संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान’ से अलंकृत किया गया। इन छात्रों ने वर्ष 2023 में शास्त्री एवं आचार्य में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किये थे।
उत्तराखंड संस्कृत अकादमी (हरिद्वार) संस्कृत के उत्थान के लिए प्रत्येक वर्ष संस्कृत के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत करती है। पिछले 10 साल से अकादमी संस्कृत विषय में अपनी कक्षाओं में प्रथम,द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित करती आ रही है। इस बार भी यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें उत्तराखंड बोर्ड, गुरुकुल कांगड़ी, देव संस्कृति विश्वविद्यालय तथा केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिषर,देवप्रयाग इत्यादि संस्थाओं से मेधावी विद्यार्थियों का चयन कर उन्हें सम्मानित किया गया। उत्तराखंड के लगभग 45 विद्यार्थियों को यह सम्मान मिला। प्रथम स्थान पर रहे विद्यार्थी को 5000 नगद, द्वितीय तीय स्थान पर रहने वाले को 4000 तथा तृतीय स्थान पर रहने वाले को 3000 की नगर राशि,प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिह्न दिया गया। छात्रों को यात्रा भत्ता भी दिया गया।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर से वर्ष 2023 में आचार्य में प्रथम रहे अनिल भट्ट, द्वितीय स्थान पर रहे शुभम भट्ट तथा तृतीय स्थान पर रहे मनीष नौटियाल को यह सम्मान दिया गया। शास्त्री में प्रथम स्थान पर रही श्रुति शर्मा, द्वितीय स्थान पर मंदीप सिंह रावत और तृतीय तृतीय स्थान पर रहे मोहित शर्मा को अलंकृत किया गया। इन छात्रों को अकादमी में आमंत्रित किया गया था। मुख्य अतिथि गंगा प्रसाद पंत,प्रमुख तकनीकी सलाहकार उत्तराखंड राज्य योजना आयोग, अकादमी के निदेशक डॉ.बाजश्रवा आर्य तथा सचिव शिव प्रसाद खाली समेत अनेक गणमान्य लोगों ने छात्रों को ये पुरस्कार दिए। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के निदेशक प्रो.पी.वी.बी.सुब्रह्मण्यम ने इन मेधावी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान इन छात्रों का प्रोत्साहन तो करेगा ही,यहां अध्ययन कर रहे अन्य छात्रों के लिए भी यह छात्रा प्रेरणा का स्रोत बनेंगे। संस्कृत शिक्षा के प्रचार-प्रसार और प्रोत्साहन के लिए अकादमी की यह सराहनीय पहल है। सम्मान प्राप्त छात्रों शुभम भट्ट और मनीष नौटियाल ने कहा कि परिसर में शिक्षा के बेहतरीन वातावरण के कारण उन्हें यह उपलब्धि प्राप्त हुई है।
डॉ.वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल, जनसंपर्क अधिकारी।