*प्रदीप कुमार
रूद्रप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल। जनपद वासियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जन संवाद/जनता मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से आए ग्रामीणों द्वारा विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 25 शिकायतें दर्ज की गई। जिसमें 11 शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया गया जबकि शेष शिकायतों का निस्तारण करने के लिए संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।
आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में अमसारी के ग्रामीणों द्वारा जीर्ण-शीर्ण हालत में पुराने तुन का पेड़ कटाने की मांग की। वहीं अमसारी वार्ड नं. 1 के ग्रामीणों ने मोटर मार्ग की सुविधा न होने सहित दो अतिरिक्त आंगनवाड़ी केंद्र व पार्क की स्थापना करने तथा पुराने पंचायत भवन के क्षतिग्रस्त होने से दो मंजिला पंचायत भवन बनाने की मांग की। छिनका के प्रधान देवेंद्र सिंह नेगी ने सणगू-सारी मोटर मार्ग से सड़क में गड्ढे होने से सिंचाई नहर के पानी से रोड़ धंसने के साथ ही दुर्घटना की आशंका से अवगत कराया। स्यूंर बांगर के ग्रामीणों ने सिविल भूमि का हस्तांतरण करने की मांग की जिससे विभाग द्वारा अवमुक्त धनराशि से विद्यालय भवन का निर्माण करवाया जा सके। पांजणा निवासी दीपा देवी व मंगला देवी ने शिकायत दर्ज करते हुए अवगत कराया कि बादल फटने से जमीन धंस जाने के कारण उनके आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे उन्हें अन्यत्र विस्थापित किया जाए। सोहन सिंह व अनिता देवी ने बेलनी पुल के समीप उनके द्वारा संचालित की जा रही दुकानें क्षतिग्रस्त होने से उनकी आजीविका की समस्या से अवगत कराया। अमसारी वार्ड नं. 1 की गणेशी देवी ने उनके आवासीय भवन के ऊपर से जाने वाली विद्युत लाइन से करंट की आशंका होने की शिकायत दर्ज की। मक्कूमठ निवासी शक्ति प्रसाद ने वन विभाग द्वारा चोपता में उनके नाम की भूमि को विभागीय बताकर उनके साथ विवाद करने की समस्या दर्ज की।
जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि जनता मिलन कार्यक्रम में जो भी शिकायतें व समस्याएं दर्ज हो रही हैं उनका निराकरण समयबद्धता के साथ त्वरित गति से करना सुनिश्चत करें। इसमें किसी भी दशा में कोई विलंब न किया जाए।उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि जिन समस्याओं पर स्थलीय निरीक्षण एवं मौका मुआवना किया जाना है उसमें संबंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ निर्धारित की गई तिथि के अनुसार स्थलीय निरीक्षण कर वस्तुस्थिति की जानकारी से जिला कार्यालय को अवगत कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि जिन शिकायतों का निस्तारण एवं जो भी कार्यवाही की गई है इसकी जानकारी जिला कार्यालय एवं संबंधित शिकायतकर्ता को अनिवार्य रूप से अवगत करवाया जाए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जन समर्पण पोर्टल का भी प्रस्तुतिकरण भी किया गया जिसमें तहसील दिवसों एवं जनता मिलन एवं अन्य पोर्टलों के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण एवं की गई कार्यवाही के संबंध में उपस्थित अधिकारियों को जानकारी उपलब्ध कराई गई।
सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एल-1 एवं एल-2 के स्तर पर जो भी शिकायतें लंबित हैं उनका निस्तारण तत्परता से करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों में एल-1 पर 147 तथा एल-2 पर 48 शिकायतें निस्तारण हेतु लंबित हैं। जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण भी शीघ्रता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसमें किसी भी प्रकार की कोई ढिलाई न बरती जाए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, परियोजना अधिकारी विमल कुमार, जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, पुलिस उपाधीक्षक हर्षवर्धनी सुमन, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला, जखोली भगत सिंह फोनिया, शिकायत प्रकोष्ट प्रभारी विनोद कुमार सहित जनपद स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए ग्रामीण मौजूद रहे।