* जगद्गुरू रामभद्राचार्य जी महाराज ने स्वाध्याय का आग्रह कर दिया आर्शीवाद
* पद्म श्री डाॅ. बी. के. एस. संजय भी हुए पूज्य जगद्गुरू रामभद्राचार्य के अयोध्या में 75वें जन्मोत्सव में शामिल
देहरादून 17 जनवरी 2024! जगद्गुरु रामचंद्र रामभद्राचार्य के 75वें जन्मोत्सव के अवसर पर राम जन्मभूमि अयोध्या में चल रहे अमृत महोत्सव में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जगद्गुरु आचार्य रामभद्राचार्य जी महाराज ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित महानुभावों को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने रामभद्राचार्य से आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर रामभद्राचार्य ने विभिन्न राज्यों और विश्वविद्यालय के कुलपति, उपकुलपति से स्वाध्याय का आग्रह किया।
अपने सम्बोधन में पद्म श्री से सम्मानित डाॅ. बी. के. एस. संजय ने जगद्गुरु आचार्य जी को उनके 75वें जन्मदिवस की बधाई देते हुए उनकी दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की। उन्होंने जगद्गुरू से इस पावन वेला में मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम की पवित्र जन्मस्थली से देश और दुनिया के परिदृश्य को देखते हुए विश्व मानव कल्याण के लिए अपनी वाणी से संदेश देने का आग्रह किया, जिससे सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः की परिकल्पना आने वाले समय में पूरी हो सके।
इस मौके पर केरल के माननीय राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि इस समय 22 जनवरी को जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है तब पूरा देश राममय हो गया है क्योेंकि भारतीय संस्कृति की पहचान ही अनेक तरह की विभन्नता में भी एकता है। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड देहरादून के ऑर्थोपीेडिक सर्जन पद्मश्री डॉ. बी. के. एस. संजय, पद्मश्री से सम्मानित नृत्यांगना बहनें नलिनी कमलनी और शोवना नारायण, बनारस के मैन ऑफ इंडिया रजनीकांत, कृषि क्षेत्र से चंद्रशेखर सिंह, नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति अभय कुमार सिंह, सागर विश्वविद्यालय की कुलपति नीलिमा गुप्ता, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता शुक्ला, गुजरात विश्वविद्यालय की नीरजा गुप्ता, कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति पवन कुमार पौदार, पूर्णिया के डाॅ. आर. एन. यादव, चित्रकूट दिव्यांग विश्वविद्याालय के शिशिर कुमार पांडे समेत कई लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान नेशनल न्यूज पेपर के अध्यक्ष राकेश शर्मा जी ने अपनी कविता के माध्यम से विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन शिप्रा त्रिपाठी ने किया।