हिमवंत कवि चंद्र कुंवर बतर्वाल राजकीय महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में विभिन्न क्षेत्रों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

प्रदीप कुमार

पोखरी/श्रीनगर गढ़वाल। हिमवन्त कवि चंद्र कुंवर बत्वाॅल राजकीय महाविद्यालय नागनाथ पोखरी चमोली में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता यूसैक के वैज्ञानिक डॉ.सुषमा गैरोला डॉ.आशा थपलियाल एवं डॉ.राजेश भट्ट पोखरी चमोली से रहे।
कार्यक्रम के संरक्षक एवं प्राचार्य प्रो.पंकज पंत के अध्यक्षता में कार्यक्रम संपन्न हुआ कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ-साथ सरस्वती गीत स्वागत गीत से किया गया। ‌ प्रथम सत्र में मुख्य वक्ताओं एवं अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम सचिव सहायक प्राध्यापक भूगोल द्वारा किया गया तत्पश्चात कार्यक्रम की रूप रेखा यूसैक के वैज्ञानिक डॉ.सुषमा गैरोला द्वारा कार्यशाला के उद्देश्य के साथ-साथ उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के बारे में बताया गया।
कार्यक्रम के संरक्षक प्रो.पंकज पंत द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत किया गया तथा सुदूर संवेदन का भूगभीॅय महत्व तथा वर्तमान समय में इनके बदलते उपयोग से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया।
साथ ही राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पंचम स्थान पाने वाली खुशी चौधरी को अपनी तरह से उसे पुरस्कार राशि प्रदान की तथा छात्रों को वैश्य शैक्षणिक कार्यशाला में प्रतिभा करने के लिए प्रेरित किया।


सूक्ष्म जलपान के पक्ष द्वितीय सत्र के प्रथम वक्ता डॉ.आशा थपलियाल द्वारा सुदूर संवेदन प्रणाली तंत्र कार्य शैली को बताते हुए उनके प्रयोग एवं शोध छात्रों छात्र-छात्राओं तथा आम लोगों को इन के फायदे से अवगत कराया।
द्वितीय वक्त डॉ.सुषमा गैरोला द्वारा भौगोलिक सूचना तंत्र में आंकड़ों के उपयोग एवं भौगोलिक बदलाव तथा आंकड़ा अग्रहण प्रणाली तथा विशलेषण के बारे में अपना विस्तृत व्याख्यान दिया दिया।
द्वितीय सत्र में वक्ता डॉ.राजेश भट्ट द्वारा मानचित्रण कल की उपयोगिता तथा सुदूर संवेदन प्रणाली भौगोलिक सूचना तंत्र एवं भू सर्वेक्षण के संयुक्त विश्लेषण के पश्चात अच्छे मानचित्र कला पर अपना व्याख्यान दिया।
तृतीया सत्र में सभी अतिथियों वक्ताओं एवं कार्यकारणी को सम्मानित के साथ-साथ वृक्ष भेंट कार्यक्रम तथा एसैक के वैज्ञानिको एव शोधार्थियों ने छात्रों को ग्लोबल पोजीशन सिस्टम का प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम के समापन में मुख्य नियन्ता डॉ.नंदकिशोर चमोली द्वारा मुख्य वक्ताओं अतिथियों एवं श्रोताओं का धन्यवाद किया गया। उत्तराखंड अंतरिक्ष केंद्र तथा वैज्ञानिकों का विशेष आभार व्यक्त किया जिन्होंने कार्यशाला हेतु महाविद्यालय का चयन किया। ‌‌कार्यक्रम में आई.क्यू.ए.सी.समन्वयक डॉ.सजीव कुमार जुयाल, आयोजित सचिव, भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ.अंजलि रावत, यूसैक शोधार्थी,शिवानी चोरसिया, आर्यन सिंह,आंसू राणा,महेंद्र रावत,विभाग सहयोगी विजय कुमार,अनिल कुमार,प्रबल सिंह शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन समाज शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ.आरती रावत द्वारा किया गया।