उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में सहायक निदेशक डॉ.चंडी प्रसाद घिल्डियाल नें तलाशी संभावनाएं*

प्रदीप कुमार

देहरादून/श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में सहायक निदेशक डॉ.चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने भी शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा के लिए भविष्य की संभावनाओं की तलाश की।


फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून में आयोजित दो दिवसीय समिट में शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा के लिए भविष्य में क्या संभावनाएं हो सकती हैं। इसकी तलाश में वह प्रथम दिवस प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए उद्घाटन सत्र से लेकर गृहमंत्री की अध्यक्षता में हुए समापन सत्र तक जम रहे, और वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से लेकर उद्योगपति रतन टाटा,अडानी एवं पतंजलि योगपीठ द्वारा संपन्न तमाम सत्रों में विभिन्न विभागों के अफसरों की उच्च स्तरीय समितियों के साथ उपस्थित रहे, इसके लिए उन्हें बाकायदा गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया गया था।
संपर्क करने पर सहायक निदेशक डॉ.चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि प्रसन्नता का विषय है, कि उत्तराखंड में इस प्रकार की समिट के द्वारा बहुत ऊंचे दर्जे के उद्योगपतियों को उत्तराखंड के विभिन्न विभागों के लिए निवेश करने हेतु प्रेरित किया गया है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इसका फायदा शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा को भी विभिन्न रूपों में भविष्य में मिलेगा ऐसा उनका विश्वास दृढ़ हुआ है।
यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है,कि इस उच्च स्तरीय समिट में शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा विभाग की तरफ से संयुक्त निदेशक डॉ.आनंद भारद्वाज एवं सहायक निदेशक डॉ.चंडी प्रसाद घिल्डियाल विशेष रूप से उपस्थित रहे।