प्रदीप कुमार
ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। सिद्धपीठ कालीमठ मन्दिर परिसर में 11 वर्षों बाद पाण्डव नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। पाण्डव नृत्य के आयोजन से कालीमठ घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है! 2 दिसम्बर से शुरू हुए 21 दिवसीय पाण्डव नृत्य में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर क्षेत्र की खुशहाली व विश्व समृद्धि की कामना कर रहे हैं। 21 दिवसीय पाण्डव नृत्य में गंगा स्नान, तीर्थ भ्रमण, नगर भ्रमण सहित अनेक धार्मिक, पौराणिक, आध्यात्मिक परम्पराओं का निर्वहन किया जायेगा। आगामी 22 दिसम्बर को पाण्डव के अस्त्र – शस्त्र विसर्जित के साथ पाण्डव नृत्य का समापन होगा। सिद्धपीठ कालीमठ के महालक्ष्मी मन्दिर प्रांगण में 11 वर्षों बाद आयोजित पाण्डव नृत्य में श्रीकृष्ण – श्रेष्ठ राणा, युधिष्ठिर – भवान सिंह, भीम – मंगल सिंह, अर्जुन – लखपत राणा, नकुल – देवेन्द्र सिंह सहदेव – बीरेन्द्र सिंह, द्रोपती – कुवर सिंह सुभद्रा – रणजीत सिंह, वासुदत्ता – विनोद सिंह, कुन्ती – यशोदा देवी, नागार्जुन – दलीप सिंह, हनुमान – दिवान सिंह, भबरीक – राजपाल सिंह, फुलारी – सुमित राणा, सिद्धवा – राकेश सिंह, विद्धवा – नरोत्तम सिंह, भैरवनाथ पश्वा – राकेश राणा, पाण्डव काली – रमेश लाल द्वारा पाण्डव पश्वाओ की भूमिका अदा की जा रही है! पाण्डव नृत्य कमेटी अध्यक्ष शिव सिंह राणा ने बताया कि 11 वर्षों बाद पाण्डव नृत्य का आयोजन होने से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है तथा प्रतिदिन कालीमठ घाटी के विभिन्न गांवों के ग्रामीण पाण्डव नृत्य में शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। उपाध्यक्ष प्रदीप राणा ने बताया कि पाण्डव नृत्य में गंगा स्नान तीर्थ भ्रमण, नगर भ्रमण, हाथी व गैडा़ कौथिग सहित अनेक धार्मिक पौराणिक आध्यात्मिक परम्पराओं का निर्वहन पाण्डव पश्वाओ व ग्रामीणों द्वारा किया जायेगा! कोषाध्यक्ष विनोद सिंह राणा ने बताया कि पाण्डव नृत्य में ढोल वादक रोशन व पृथ्वी द्वारा ढोल वादन व संगीत पर साथ दिया जा रहा है। महामंत्री लखपत राणा, प्रधान गजपाल सिंह राणा, क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश राणा, नव युवक मंगल दल अध्यक्ष दीपक सिंह राणा, महिला मंगल दल अध्यक्ष बिन्दु देवी राणा, प्रमोद सिंह राणा ने 21 दिवसीय पाण्डव नृत्य में आम जनमानस से सहभागिता का आवाहन किया है।