प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। राजकीय प्राथमिक विद्यालय जोगड़ी में उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय की विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष ताजवर सिंह रावत सिंह रावत तथा विद्यालय सचिव जय जोशी ने छात्र-छात्राओं को उत्तराखंड स्थापना दिवस की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए तथा खेल प्रतियोगिताएं व अन्य क्रिएटिविटी बच्चों द्वारा की गई इस अवसर पर अभिभावकों के सहयोग से फलदार पौधे भी लगाए गए तथा विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष ताजवर सिंह रावत तथा ग्राम प्रधान अनिल सिंह रावत के द्वारा छात्र-छात्राओं को अच्छे कार्य के लिए पुरस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर अध्यापक आनंद सिंह पंवार ने सभी अभिभावकों एवं सदस्यों व पदाधिकारीयों तथा छात्र छात्राओं को 9 नवंबर सन् 2000 उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी तथा वह दिन याद किया कि जब रात के समय पुरकाजी नारसन में हमारी गाड़ियों को रोक दिया गया तथा कुछ गाड़ियों को जगह मिलने पर छोड़ दिया गया हम उन बसों में बैठे थे जो पुरकाजी को क्रॉस करके दिल्ली चली गई और पुरकाजी नारसन में रात को तत्कालीन सरकार के द्वारा उत्तराखंड आंदोलन कार्यों को बहुत बुरी तरह से मरा गया तथा अपहरण किया गया इस प्रकार से उत्तराखंड आंदोलन की आग जगह-जगह फैलती चली गई और और उत्तराखंड के हर गांव शहर कस्बे में आज दो अभी दो उत्तराखंड राज्य दो की मांग और अधिक पकड़ने लग गई और इस प्रकार से 9 नवंबर सन् 2000 को हमारा उत्तराखंड एक नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आया और इसके पहले मुख्यमंत्री स्व.नित्यानंद स्वामी को बनाया गया और इस प्रकार से हमारे उत्तराखंड के शहीदों का बलिदान हमेशा हमेशा याद रखा जाएगा जिनके द्वारा उत्तराखंड को राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ। पंवार ने कहा है की सभी बच्चों को बहुत ध्यान देना होगा क्योंकि आने वाले समय में ना उनके पास जल होगा ना जमीन होगी और ना जंगल होंगे क्योंकि इन पर किसी और का आधिपत्य हो जाएगा। आनंद पंवार ने कहा है कि बच्चों को संस्कारवान व जागरूक बनाना बहुत जरूरी है जिससे कि आने वाले समय में वे राज्य तथा देश की जिम्मेदारियों को भली भांति समझ सकेऔर उनका निर्वाहन समझदारी से कर सकें।इस अवसर पर विद्यालय द्वारा जलपान की व्यवस्था की गई तथा उत्तराखंड के शहीदों को फूल श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये श्रद्धांजलि दी गई ।
ताजवर सिंह रावत,शकुंतला देवी, गंगोत्री देवी, कुसुम देवी,केशव अनिल रावत, सीमा देवी आदि उपस्थित थे।