प्रदीप कुमार
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान ने एनआईसी कक्ष में जल जीवन मिशन कार्यों की समीक्षा बैठक ली। विद्युत विभाग द्वारा विभिन्न पंपिंग स्टेशन पर पानी को पम्प करने के लिए विद्युत संयोजन दिये जाने में बरती जा रही ढिलाई पर अधिशासी अभियंता विद्युत श्रीनगर, पौड़ी व कोटद्वार के वेतन रोकने के निर्देश दिये। वहीं द्वारीखाल क्षेत्र में कम प्रगति पर संबंधित उपजिलाधिकारी व खंड विकास अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब किया।
जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन कार्यों की बैठक लेते हुए उप जिलाधिकारी पौड़ी को कल्जीखाल व पैडुल क्षेत्र में जल जीवन मिशन कार्यों में हो रहे विवादों का निस्तारण करते हुए दो दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। वहीं उन्होंने अन्य क्षेत्रों के अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि जिन क्षेत्रों में कार्यों को लेकर समस्या हो रही है उसकी सूचना तत्काल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिससे वहां समस्या का समाधान करते हुए कार्यों की आगे बढ़ाया जा सकेगा।
जिलाधिकारी ने समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि 2 करोड़ से अधिक वाली योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत करें। जल संस्थान पौड़ी द्वारा निमार्ण कार्यों की भौतिक प्रगति के सापेक्ष वित्तीय प्रगति न्यून पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए ठेकेदारों के लंबित बीजकों का प्राथमिकता के आधार पर भुगतान करने के निर्देश दिये हैं।
जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन कार्यों का इसी माह का लक्ष्य देते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्य पूर्ण करते हुए प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि कार्यों को गुणवत्ता व पारदर्शिता के साथ पूर्ण करना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने कहा कि लक्ष्य के सापेक्ष जिन अधिकारियों द्वारा कार्य पूर्ण नहीं किया जाता है उनकी जिम्मेदारी तय की जायेगी।
जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत जनपद में 2778 योजनाओं में से 2209 कार्य पूर्ण हो चुके हैं, जबकि शेष कार्य प्रगति पर हैं।
बैठक में अधीक्षण अभियंता पेयजल निगम मो0 मीशम, जल संस्थान पीके सैनी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान पौड़ी एस0के0 रॉय, अधिशासी अभियंता पेजयल कोटद्वार अभिषेक मिश्रा, पौड़ी वीरेंद्र भट्ट, श्रीनगर दीक्षा नौटियाल, पीमए स्वजल दीपक रावत, एडीपीआरओ नितिन नौटियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।