रोटेशन व्यवस्था के तहत अब एनेस्थेसिया विभाग के प्रो.अजेय विक्रम सिंह एचओडी को मिली प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक की कमान

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने विभागीय रूटीन प्रक्रिया के तहत मेडिकल कॉलेज के टीचिंग अस्पताल बेस चिकित्सालय का प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक एनेस्थिसिया विभाग के एचओडी डॉ. अजेय विक्रम सिंह को बनाया गया। डा.अजय विक्रम सिंह की आ.सी.यू. व आकस्मिक मैनेजमेंट में है विशेषज्ञता । सनद रहे कि वर्तमान में एनेस्थीसिया विभाग में १० फैकल्टी / एस.आर. के साथ साथ १४ पी.जी. छात्र अध्ययन रत है व वर्तमान सबसे ज्यादा मैनपावर से परिपूर्ण है। इससे पूर्व प्रभारी कार्यभार देख रहे ईएनटी विभाग के एचओडी डॉ. रविन्द्र बिष्ट को विभागीय कार्यो को देखते हुए चिकित्सा अधीक्षक के अतिरिक्त कार्यभार से अवमुक्त कर दिया गया है । शनिवार से चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजेय विक्रम ने कार्यभार संभालकर अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने की पहल शुरुआत कर दी है।
बेस चिकित्सालय में प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक का पदभार पहले से विभिन्न विभागों के एचओडी को रोटेशन के तहत दिया है, ऐसे में रूटीन प्रक्रिया के तहत मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य द्वारा इस बार एनेस्थिसिया विभाग के एचओडी डा.अजेय विक्रम सिंह को प्रभारी एमएस का चार्ज दिया है। डॉ.सिंह की कार्यकुशलता व कैम्पस में सतत् उपस्थिति को देखते हुए प्राचार्य द्वारा उन्हें प्रभारी एमएस का चार्ज दिया गया है। डॉ.सिंह 2002 में एमडी करने के उपरांत पीएमएस की सेवाओं में स्पेशलिस्ट के तौर पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न अस्पताल में सेवाएं दे चुके है। जिसके बाद 2009-2013 तक राजकीय मेडिकल कॉलेज झांसी यूपी में बतौर फैकल्टी सेवाएं दे चुके है। जिसके बाद मई 2013 से श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में लगातार सेवाएं दे रहे है। दस सालों से उनकी सेवाओं को देखते हुए मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के टीचिंग अस्पताल में मिले प्रभारी एमएस के कार्यभार मिलने पर डॉ. सिंह ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाएं विशेष रूप से आई.सी.यू. व आकस्मिक विभाग मैनेजमेंट और सभी के बीच मरीज हित में बेहतर समाजंस्य बना रहे है, इसके लिए कार्य किया जायेगा। इसके साथ ही डॉ. सिंह द्वारा श्रीनगर क्षेत्र में विभिन्न विद्यालयों के साथ ही पुलिस विभाग आदि क्षेत्रों में जीवन रक्षक सीपीआर ट्रनिंग भी दी गई है। ताकि हार्ट हटैक या सांस लेने में दिक्कत होने पर हर कोई सपीआर देकर व्यक्ति को बचा सके। इधर प्रभारी एमएस का पदभार मिलने पर शनिवार को एमएस डॉ.सिंह ने विभिन्न वार्डो का निरीक्षण किया। जिसमें मरीजों व तीमारदारों के साथ बेहतर संवाद करने तथा इंटर्न, जेआर और एसआर को ड्रेस कोड के साथ उपस्थित रहने के निर्देश दिये।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने बताया कि रोटेशन व्यवस्था के मध्येननजर विभागीय रूटीन के अनुसार हर एक विभाग के एचओडी को अपने कार्य के साथ ही प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक का पदभार दिया जा रहा है। मरीज हित में यह प्रक्रिया सतत रूप से जारी रहेगी।
28 से होगा मेडिकल कॉलेज में प्रदेश स्तरीय कॉन्फ्रेंस
मेडिकल कॉलेज में आगामी 28 अक्तूबर से प्रदेश स्तरीय कॉन्फ्रेंस आयोजित होगी। जिसके संयोजक चिकित्सा अधीक्षक एवं एनेस्थसिया विभाग के एचओडी डॉ.अजेय विक्रम सिंह होगे। उक्त कॉन्फ्रेंस में देश के यूपी, मध्यप्रदेश, छत्तीगढ़, उत्तराखंड सहित अन्य प्रांतों के 250 से अधिक डिलेगेट्स प्रतिभाग करेगे। यह कान्प्रेस दो दिवसीय होगी। संयोजक डॉ.अजेय विक्रम ने कहा उक्त कान्प्रेस में स्कील के साथ ही चिकित्सा सेवा में एंडवास टैक्नोलॉजी पर प्रशिक्षण होगा। पहली बार यह कार्यशाला मेडिकल कॉलेज में आयोजित होगी। उक्त कान्प्रेंस का उद्देश्य मरीजों को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान करना होगा।