प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर के छात्र संघ पदाधिकारियों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मुलाकात कर सीयूईटी प्रवेश परीक्षा से हो रही परेशानियों के बारे में बताया। उन्होने अगले सत्र से सीयूईटी के माध्यम से होने वाले प्रवेश में गढ़वाल विश्वविद्यालय में पहाड के छात्र-छात्राओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिए जाने या सीयूईटी रद्द किए जाने और स्नातकोत्तर में प्रवेश लेने पर पांच प्रतिशत आरक्षण, रिक्त सीटों में बिना सीयूईटी के प्रवेश दिए जाने, गढ़वाल विवि में हुई नियुक्तियों की सीबीआई जांच कराएं जाने और नॉन नेट पीएचडी के छात्र-छात्राओं की फैलोशिप को बढ़ा कर 15 हजार रूपये किए जाने की मांग की। इस मौके गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष गौरव मोहन सिंह नेगी, उपाध्यक्ष रॉबिन सिंह, महासचिव सम्रांट राणा ने कहा कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए पहाड़ में सीयूईटी प्रवेश परीक्षा संभव नहीं है। कहा कि सीयूईटी प्रवेश परीक्षा के एक दिन पहले ही प्रवेश पत्र आने और परीक्षा केंद्र अन्य राज्यों में आने से छात्रों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर उक्त मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही की मांग की है। साथ ही उन्होने गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल पर पद का दुरूप्रयोग करने की शिकायत केंद्रीय शिक्षा मंत्री से की है। छात्र संघ पदाधिकारियों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को सौंपे ज्ञापन में कहा कि गढ़वल विवि में हुई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की शिकायते मिली है। जिनके खिलाफ उच्च न्यायालय उत्तराखंड में वाद दायर है। जो कि न्यायालय में गतिमान है। कहा छात्र संघ पदाधिकारियों ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में कई बार पीएम कार्यालय, शिक्षा मंत्रालय सहित लोकपाल को पत्र लिखकर शिकायत की गयी। उन्होने गढ़वाल विश्वविद्यालय में हो रहें नियुक्तियों,वित्तीय अनियमिताओं और सर्वाजनिक धन के दुरूप्रयोग की प्रवृतिओं पर अंकुश लगाये जाने की मांग की है।