प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। श्रीकोट गंगानाली शिव शक्ति होटल में जन समस्याओं को लेकर एक आम बैठक की गई जिसमें संजय कुमार फौजी द्वारा आम बैठक में बिन्दु वार श्रीकोट गंगानाली में बाढ़ सुरक्षा दीवार तथा श्रीकोट,श्रीनगर के कुछ क्षेत्र, डांग,उफल्डा, में सीवर लाइन का निर्माण,उफल्डा से स्वीत तक ऐलिवेटेड रोड़, पेयजल आपूर्ति के लिए नई लाइन का पुनर्गठन तथा श्रीकोट में पानी का अतिरिक्त टैंक, रेलवे टनल निर्माण में इस्तेमाल विस्फोटक सामग्री से आवासीय घरों में आई दरार के नुकसान के लिए केन्द्र सरकार से मुआवजे की मांग के साथ साथ आल वेदर रोड़ निर्माण कार्य समाप्त होने के बाद भी आज तक रोड़ से लगी नालियों को कुछ जगहों पर कवर न किए जाने के सम्बन्ध मे विचार रखे उन्होंने कहा कि 2013 की आपदा के बाद श्रीनगर क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने श्रीनगर से श्रीकोट गंगानाली तक बाढ़ सुरक्षा दीवार को बनाने के बहुत संघर्ष किया जिसकी सुनवाई पर तत्कालीन सरकार द्वारा 30% धनराशि तथा केन्द्र सरकार द्वारा 70% धनराशि से श्रीनगर में तीन चरणों में कार्य किया गया किन्तु राज्य और केंद्र की सरकार बदलने पर श्रीकोट गंगानाली के दो चरणों का कार्य तब से लम्बित पड़ा है जिसके लिए उनके द्वारा पत्रचार भी किया गया किन्तु कोई सुनवाई नही हुई अभी हाल ही में उनके द्वारा तहसील दिवस पर भी डीएम को ज्ञापन सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि श्रीकोट गंगानाली से घसिया महादेव श्रीनगर के कुछ क्षेत्र डांग,उफल्डा में जनता काफी समय से सीवर लाइन की बातों को सुन रही है लेकिन आज भी इन क्षेत्रों में सीवर लाइन का निर्माण नहीं हो पाया है बरसाती नालों से काफी क्षेत्रों का पानी अलकनंदा नदी को दूषित कर रहा है जिसके लिए उनके द्वारा एसटीपी प्लांट बनवाने की मांग रखी गई है साथ ही उन्होंने कहा है कि श्रीनगर गढ़वाल की अपनी एक पहचान है चार धाम यात्रा में श्री केदार नाथ श्री बद्रीनाथ सिक्खों के पवित्र स्थान हेमकुंड साहिब तथा कांवड़ यात्रा और पर्यटन स्थल के लिए एक मात्र यही रास्ता है जिसका प्रयोग आने जाने के लिए किया जाता है किन्तु जाम की समस्या ध्वनि प्रदूषण और इस एक साल की बात करें तो लगभग चौदह पंद्रह रोड़ हादसे शहर में हो गये हैं इसके अलावा आए दिन गौवंशों को कुचला जा रहा है जो कि आम बात हो गई है इसलिए यदि उफल्डा से स्वीत तक ऐलिवेटेड रोड़ बनाई जाए तथा वन वे ट्रैफिक किया जाए तो इस समस्या से निजात मिल सकती हैं। उन्होंने कहा कि श्रीकोट गंगानाली में 1993 में पेयजल आपूर्ति के लिए पाइप लाइने बिछाई गई थी किन्तु आज यह क्षेत्र काफी विकसित हो चुका है इस विषय में भी उनके द्वारा विभाग को नई पेयजल लाइन का पुनर्गठन के लिए पत्राचार किया गया किन्तु उस पर भी आज तक कोई कारवाई नहीं की गई आज रेल विकास निगम द्वारा रेलवे टनल का निर्माण कार्य किया जा रहा है टनल के निर्माण में विस्फोटक सामग्री से श्रीनगर श्रीकोट गंगानाली स्वीत के बहुत से आवासीय भवन प्रभावित हुए हैं और हो रहे हैं स्थानीय जनता द्वारा मुआवजे की मांग रखी गई किन्तु उस पर भी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है आल वेदर रोड़ निर्माण के दौरान सड़क के किनारे बनी नाली को बहुत सी जगहों पर आज भी खुला छोड़ा गया है उन्हें कवर नहीं किया गया है इन्हीं सब मुद्दों पर आज चर्चा की गई और सभी की आम सहमति पत्र सम्बंधित विभागों के लिए पत्र तैयार किए गए जिसमें उपस्थिति लोगों ने हस्ताक्षर कर इसे शीघ्र ही एसडीएम के द्वारा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री उत्तराखंड एवं नितिन गडकरी जी को प्रेषित किए जाएंगे। इस अवसर पर अनिल स्वामी,वीरेन्द्र सिंह नेगी,कु० विनोद मैठाणी,भोपाल सिंह चौधरी,नरेश नौटियाल, सुरेन्द्र सिंह चौहान,बिना चौधरी,जीत सिंह बिष्ट,जी एन सेमवाल,कृपाल सिंह रावत,वाई एस पंवार,राकेश चमोली, बलबीर सिंह दानू,परमेश्वरी धनाई, कुसुम असवाल, देवकी देवी,मुन्नी रांगण,रत्न सिंह चौहान गीता भट्ट, एस खत्री आदि बहुत लोगों ने बैठक में अपने अपने विचार व्यक्त किए।