गबर सिंह भंडारी
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। स्वास्थ्य विभाग पौड़ी द्वारा विकास भवन पौड़ी में स्तन पान दिवस मनाया गया जिसमें कि विकास भवन में कार्यरत महिलाओं को शिशुओं को स्तन पान कराने से होने वाले लाभों की जानकारी दी गयी। इस मौके पर डा0स्वेता शाह चिकित्सा अधिकारी परसुण्डाखाल द्वारा जानकारी दी गयी कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिश है कि माताओं को पहले 6 महिने शिशु को सिर्फ स्तन पान कराना चाहिए, और शिशु को स्तन के दूध के अतिरिक्त अन्य भोजन या पानी नही देना चाहिए, और फिर 6महिने से 02वर्ष की उम्र तक या उसके बाद भी स्तन पान कराते रहना चाहिए, और स्तन के दूध के साथ अन्य पूरक भोजन भी देने चाहिए। डा0स्वेता शाह ने बताया कि मां का दूध बच्चे की रोग प्रतिरक्षक क्षमता को बढ़ाता है क्योकि इसके जरिये मां की एंटीबाॅडीज बच्चे तक पहुंच जाती है। मां का दूध बच्चे के लिये सम्पूर्ण और संतुलित पोषण है। चिकित्सको की टीम द्वारा विशेष रूप से नौकरी पेशा महिलाओं से कहा गया कि वे अपने कार्य के साथ साथ बच्चे को स्तन पान कराने के लिये समय निकालें और आवश्यक रूप से बच्चे को मां का दूध पिलायें।
इस मौके पर विधि भण्डारी एएनएम , मेघा, अनीता धनाई, रजनी जैन मनोज, दीपक विजल्वाण, एवं विकास भवन के कार्मिक उपस्थित रहे।