गबर सिंह भंडारी
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। जनपद क्षेत्रांतर्गत विभिन्न अवसरों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी द्वारा की गयी घोषणाओं की कार्यप्रगति की समीक्षा को लेकर जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने जिला कार्यालय सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में जिला पर्यटन विकास अधिकारी की अनुपस्थित रहने पर माह अगस्त का वेतन रोकने, शिक्षा व उरेड़ा विभाग के अधिकारियों द्वारा बैठक में देरी से पंहुचने पर नोटिस जारी करने जबकि उच्च शिक्षा विभाग से सम्बन्धित घोषणाओं की समीक्षा के लिए एक मुख्यालय के डिग्री कालेज के एक वरिष्ठ अधिकारी/कार्मिक को नोड़ल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिये हैं।
गुरुवार को आयोजित सी0एम0 घोषणा की समीक्षा बैठक में विभागीय स्तर पर धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी द्वारा नराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि घोषणाओं के क्रियान्वयन के विभिन्न स्तरों पर लम्बित पत्रावलियों का नियमित फॉलोअप करना सुनिश्चित करें। बैठक में बताया गया कि जुलाई 2023 तक 251 घोषणाओं में से 107 पर कार्य पूर्ण हो चुका है जबकि 44 शासन स्तर व 88 घोषणाएं विभाग स्तर पर लम्बित तथा 12 घोषणाओं को विलोपित किया गया है। कोटद्वार में स्ट्रीट लाईट के छोटे-छोटे कार्याे में लेट-लतीफी पर नगर आयुक्त का स्पष्टीकरण तलब किया है। उन्होने ग्रामीण निर्माण विभाग व शहरी विकास विभाग विभाग को शहर में मधुवन होटल के पास की पार्किंग को मकैनिकल पार्किंग के रुप में प्रस्तावित करने, सीडीओ कार्यालय पार्किंग स्थल को मल्टीस्टोरी के रुप में विकसित करने के लिए प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है। कोटद्वार को कण्वाश्रम नगरी का ग्रेण्ड रुप दिये जाने के लिए जिलाधिकारी ने ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिकारियों को ग्रेण्ड प्रोजेक्ट रिर्पाेट तैयार करने के निर्देश दिये हैं। उन्होनेे पौड़ी शहर में हैरीटेज स्ट्रीट के कार्याे के लिए लोनिवि को कार्यदायी संस्था बनाये जाने को लेकर नगर निकाय पौड़ी व लोनिवि को अपसी समन्वय से निर्णय लेते हुए रिर्पाेट प्रस्तुत करें। इसके अलावा शिक्षा, युवा कल्याण, उरेडा व नगर निकायों से सम्बन्धित घोषणओं की समीक्षा की गयी।
बैठक में अधीक्षण अभियन्ता लोनिवि पीएस बृजवाल, अधीक्षण अभियन्ता पेयलज निगम मोहम्मद मिशम, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई सचिन कुमार, उप-जिलाधिकारी सदर मुक्ता मिश्रा, जिला विकास अधिकारी मनिविंदर कौर, मुख्य शिक्षाधिकारी दिनेश चद्र गौड़, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राम सलौने आदि अधिकारी उपस्थित थे।