राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक कवि नीरज नैथानी 40 वर्ष की लंबी राजकीय सेवा से सेवानिवृत्त होने पर नागरिक अभिनंदन किया गया

गबर सिंह भंडारी

श्रीनगर गढ़वाल। शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार ( वर्ष 2013) व शैलेश मटियानी पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक व कवि नीरज नैथानी प्रधानाचार्य राजकीय हाईस्कूल बिझौली नारसन रूड़की हरिद्वार से 40 वर्ष की लम्बी राजकीय सेवा से सेवानिवृत्त हुए।
इस उपलक्ष्य में श्रीनगर की सभ्रांत जनता द्वारा उनका नागरिक अभिनन्दन अदिति वैडिंग पांइट श्रीनगर में किया गया
ज्ञात रहे नीरज नैथानी एक प्रतिष्ठित शिक्षक के साथ साथ राष्ट्रीय फलक पर स्थापित कवि व रंगकर्मी भी रहे हैं, उन्होंने हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के सेमिनारों व काव्य गोष्ठियों में प्रतिभाग करते हुए राज्य को गौरवान्वित किया,उन्हें साहित्य साधना के लिए पंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार, हिंदी भूषण सम्मान, हिंदी गौरव, हिंदी सेवा सम्मान आदि प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया साथ ही उन्होंने कई पुस्तकों का लेखन व विभिन्न नामचीन साहित्यकारों की पुस्तकों की समीक्षा भी की , अपने जीवन में उन्होंने विदेश भ्रमण के साथ हिमालय की विभिन्न पर्वत श्रृंखला की ट्रैकिंग भी की, साथ ही वो विभिन्न साहित्य संगठनों व रंगमंच संस्थाओं के अध्यक्ष व सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए साहित्य सृजन करते रहे हैं, जिसमें हिमालय साहित्य एवं कला परिषद चैरिटेबल ट्रस्ट श्रीनगर गढ़वाल, नव सृजन साहित्यक संस्था रूड़की व शैलनट नाटया संस्था श्रीनगर प्रमुख है अपने सम्बोधन में उन्होंने इसका श्रेय अपने माता पिता गुरु के साथ श्रीक्षेत्र श्रीनगर के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ कमलेश्वर महादेव, कटकेश्वर महादेव ( घसिया महादेव)व माॅ धारी के आशीर्वाद को दिया, साथ ही उन्होंने अपार स्नेह और आशीर्वाद के लिए श्रीनगर की जनता का आभार व्यक्त किया
समारोह में उपस्थित सभी गणमान्य लोगों ने नीरज जी की उपलब्धियों को श्रीक्षेत्र श्रीनगर का सम्मान बताते हुए उनके कार्यों के लिए आभार व साधुवाद प्रकट किया।
आयोजित समारोह में
हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद् के प्रबुद्ध सदस्यों ने उत्साह एवं तत्परता से प्रतिभाग कर आयोजन को सदा सदा के लिए अविस्मरणीय बना दिया । उत्तराखण्ड के वरिष्ठ रंगकर्मी विमल बहुगुणा के द्वारा देवभूमि के देवी देवताओं का आह्वान कर शुभारंभ करने के साथ ही डा०प्रकाश चमोली जी ने संस्कृतनिष्ठ मंच संचालन कर समारोह की पावन गरिमा में असीम वृद्धि की।इस अवसर पर रोटरी क्लब के पदाधिकारी ,अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सदस्य,पत्रकार बंधु,लेखक बिरादरी के साथी,शिक्षक संघ के पदाधिकारी, विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी , संस्कृति व रंगमंच के कलाकार, शिक्षाविद् , केंद्रीय विश्वविद्यालय छात्र संघ पदाधिकारी एवं नगर के वरिष्ठ नागरिकों ने नीरज नैथानी को जीवन की नयी पारी की शुरुआत करने पर शुभकामनाएं प्रेषित कीं। समारोह में प्रो०
डा०सम्पूर्ण सिंह रावत, शम्भू प्रसाद भट्ट स्नेहिल, आर०पी०कपरवाण, जय कृष्ण पैन्यूली,महेश गिरि, देवेन्द्र उनियाल, मीनाक्षी चमोली,डा०दीपक द्विवेदी,डा०राजेश जैन,नरेश नौटियाल , बृजमोहन मेवाड़,अजय चौधरी, रेखा रावत, केशवा नंद डंगवाल, परवेज अहमद, देश पाल सिंह नेगी आदि हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद् के आत्मीय सदस्यों ने सक्रिय सहभागिता से आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भागीदारी की। इस अवसर पर पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मोहन लाल जैन तथा पूनम तिवारी, कांग्रेस पदाधिकारी प्रदीप तिवारी, लोकप्रिय वरिष्ठ पूर्व नगरपालिका सभासद जितेन्द्र रावत,पूर्व सभासद विभोर बहुगुणा,पूर्व सभासद संजय फौजी, सामाजिक कार्यकर्ता लखपत भण्डारी,भाजपा वरिष्ठ पदाधिकारी गिरीश पैन्यूली बन्नू भाई,नगर प्रमुख व्यवसायी राजीव शाह,पूर्व व्यापार सभा अध्यक्ष हिमांशु अग्रवाल, प्रमोद उनियाल,भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी डा० सुधीर जोशी, शिक्षाविद् डा० अरुण कुकसाल,रंगकर्मी परवेज़ अहमद प्रोफेसर डी० एस० नेगी,विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष सम्राट राणा, अंतरराष्ट्रीय चैम्पियन नगर युवा गौरव आर्यन कण्डारी,डा चंद्र प्रकाश,शिक्षक संघ लोकप्रिय नेता शिव सिंह नेगी, अखिलेश चंद्र चमोला,सतीश बहुगुणा,पूर्व प्रधानाचार्य हीरा मणि काला, केशव प्रसाद काला,जयकृत पटवाल, मुकेश काला,पत्रकार वृंद अतुल ममगाईं,संदीप थपलियाल, मनोहर बिष्ट, कृष्ण उनियाल, देवेन्द्र गौड़, आशुतोष बहुगुणा,डा चंद्रांशु पंवार,डा सुदेश जुगराण,डा भरत चौहान, संतोष पोखरियाल, रोटेरियन धनेश उनियाल, चंद्रमोहन सिंह रावत,देवेन्द्र भण्डारी, पुष्पा डोभाल, चंद्रमोहन सिंह बिष्ट,पदमेंदर लिंगवाल,गंगा थपलियाल,अंजना भट्ट घिल्डियाल,धीरेन्द्र घिल्डियाल,राकेश नैथानी, किशोर सिंह सजवाण, शकुंतला चौहान एवं चौहान आदि प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति से आयोजन उच्च पायदान पर स्थापित हो गया।