गबर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल। हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद् श्रीनगर गढ़वाल द्वारा आयोजित साहित्यिक गोष्ठी में डा०पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के नाती गणेश कुमार बौंठियाल ने बताया कि हेमंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर में हिंदी स्नातकोत्तर की परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को
डा०पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल की स्मृति में प्रत्येक वर्ष स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा। डा०पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल की सुपुत्री दयमंती देवी बौंठियाल के पुत्र गणेश कुमार बौंठियाल जो वर्तमान में दुबई में फाइनेंस का कार्य करते हैं ने हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद् श्रीनगर गढ़वाल द्वारा आयोजित साहित्यिक गोष्ठी में प्रतिभाग करते हुए उक्त घोषणा की। गोष्ठी में वाराणसी से पधारे डा०देवेंद्र कुमार सिंह ने प्रस्ताव रखा कि श्रीनगर गढ़वाल में डा०पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल ने शिक्षा ग्रहण की है अतः उनकी जन्म तिथि 13दिसंबर पर हिंदी भाषा साहित्य समारोह का श्रीनगर में आयोजन किया जाना चाहिए।इस सम्मेलन में विद्वत जनों को आमंत्रित कर डा०पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के साहित्यिक अवदान पर केंद्रित व्यख्यान/शोधपत्रों का वाचन तथा हिंदी कवि सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे तो युवा पीढ़ी भारत के हिंदी साहित्य में प्रथम डी० लिट० उत्तराखंड की धरती के महान विद्वान के विषय में अवगत हो सकेगी।इस अवसर पर त्यूणी से पधारे शिक्षक सुरेंद्र आर्यंन का भी माल्यार्पण,बैज अलंकरण व पुस्तक भेंट कर स्वागत किया गया। प्रोफेसर उमा मैठाणी ने नित्यानंद मैठाणी द्वारा रचित पुस्तक ‘ ‘पंडित भास्करानंद मैठणी’ तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर समस्त अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर वरिष्ठ रंगकर्मी विमल बहुगुणा की विदेश यात्रा के संस्मरण साझा किए गए। जय कृष्ण पैन्यूली तथा नीरज नैथानी ने रचनाएं प्रस्तुत कीं। गोष्ठी में कृष्णा नंद मैठाणी, आर० पी० कपरवाण, देवेन्द्र उनियाल, शम्भू प्रसाद भट्ट स्नेहिल आदि साहित्यकार उपस्थित थे।