मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परमार्थ निकेतन में आयोजित गंगा समग्र अविरल गंगा-निर्मल गंगा कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए कहा कि अविरल गंगा-निर्मल गंगा अभियान के तहत गंगा को स्वच्छ रखने के साथ-साथ जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगा के मूल स्वरूप को बचाए रखना सबका नैतिक दायित्व है। केंद्र व राज्य सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। प्रथम चरण के तहत गंगा में मिलने वाले 132 गंदे नालों के पानी को एसटीपी के माध्यम से स्वच्छ किया गया है, दूसरे चरण के लिए प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है। इस अवसर पर विधायक रेनू बिष्ट, स्वामी चिदानंद जी महाराज, रामाशीष राय सहित स्वच्छ गंगा मिशन से जुड़े कार्यकर्ता उपस्थित थे।