हिमगिरी जी विश्वविद्यालय में उन्नत कृषि एवं राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम को सम्बोधित करते कृषि मंत्री गणेश जोशी।
देहरादून, 24 मार्च। प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून स्थित शीशमबाड़ा में हिमगिरी जी विश्वविद्यालय, देहरादून द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान में उन्नत कृषि एवं राष्ट्रीय विकास पर कृषि जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कृषि हमेशा किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है, जो खाद्य सुरक्षा, रोजगार और आर्थिक विकास में योगदान देता है और हम सब जानते ही हैं कि भारत कृषि प्रधान देश है । उन्नत कृषि, आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक तकनीकों के समावेश के साथ, हाल के दिनों में राष्ट्रीय विकास के पीछे एक प्रेरक शक्ति बन गई है।
मंत्री जोशी ने कहा उन्नत कृषि पद्धतियों के उपयोग ने किसानों को उनकी उत्पादकता बढ़ाने, लागत कम करने और उनकी उपज की गुणवत्ता में सुधार करने में सक्षम बनाया है, जिससे देश के समग्र विकास में योगदान मिला है। उन्होंने कहा 2050 तक दुनिया की आबादी लगभग 10 अरब तक पहुंचने का अनुमान है, भोजन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए खाद्य उत्पादन में वृद्धि की आवश्यकता है। प्रदेश सरकार भी राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों व अन्य शोध संस्थानों के माध्यम से कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक को बढ़ाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हरित क्रान्ति के जनक के तौर पर गोविन्द बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा केंद्र की सरकार की ही भांति प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए संकल्पबद्ध है। वर्तमान में सरकार संशोधित बीजों, उन्नत सिंचाई प्रणालियों और सटीक कृषि तकनीकों व कृषि बीमा जैसे माध्यमों से किसानों की फसल की पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि करने के लिए संकल्पबद्ध है। आज राज्य में किसानों के पास बाज़ार से जुड़ने के बहुत से अवसर मिल रहे हैं. हम बाज़ार व किसानों के बीच में जितने कम मध्यस्थक कम कर सकें हम किसान की उतनी अधिक मदद कर सकेंगे। हमें खुशी है की सरकार इस ओर निरंतर प्रयासरत है। मंत्री ने कहा सरकार डिजिटल तकनीक का भरपूर प्रयोग कर कृषि व बागवानी के क्षेत्र को बहुआयामी बना रहे हैं । उन्होंने विद्यार्थियों से आवाहन करते हुए कहा कि 21वीं सदी में जब हमें पूरे विश्व के साथ प्रतिस्पर्धा करनी है तब में आप से यह प्रण लेना होगा कि हम कृषि क्षेत्र को सृजनात्मक व उद्यम योग्य बनाने हेतु निरन्तर संकल्पबद्ध रहेंगे । इस अवसर पर मंत्री जोशी ने कैंपस में वृक्षा रोपण भी किया।
इस अवसर पर रेशम फेडरेशन अध्यक्ष अजीत चौधरी, कुलपति डॉ नागेंद्र पराशर, डॉ रितेश चौधरी सहित विभिन्न कॉलेज के डीन एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।