जिला योग प्रभारी श्री चाकणकर अपने घर के साथ ही रखते हैं पर्यावरण व शहर की स्वच्छता का भी ध्यान

 

खुशियों की दास्तां

श्री दिनेश चाकणकर ग्वालियर में जिला योग प्रभारी हैं। 2014 में उनका भारत भारती बैतूल में जाना हुआ, तभी उन्होंने फैसला कर लिया कि उनका घर सारी सुख सुविधाओं से लैस तो होगा, साथ ही, प्रकृति से भी जुड़ा होगा। आज श्री चाकणकर के घर में आपको सोलर पैनल, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के साथ साथ घरेलू कचरे का निष्पादन और कच्ची जगह न होने पर भी छत पर बागवानी भी देखने को मिल जायेगी। जिससे वह अपने घर के साथ ही पर्यावरण व शहर की स्वच्छता का भी ध्यान भी अच्छे से रख पा रहे हैं। श्री चाकणकर का मानना है कि हमें समझदार के साथ ही जिम्मेदार भी बनना चाहिए, तभी हम शहर के जिम्मेदार व जागरुक नागरिक कहलाएंगे।

घर में कैसे बनाएं जैविक खाद

जब गीला कचरा यानी कि किचन का फूड वेस्ट और पेड़ों के पत्ते आदि जैविक तरीके से डीकम्पोज (अपघटित) होते हैं, तब खाद बनती है। खाद बनाने के दो मुख्य तरीके हैं – एरोबिक (ऑक्सीजन के साथ) और वर्मीकम्पोस्टिंग यानि केंचुए के उपयोग से) ग्वालियर के जिला योग प्रभारी श्री दिनेश चाकणकर बताते हैं कि इस प्रक्रिया को आप छोटी से छोटी जगह- जैसे कि आपकी बालकनी में भी कर सकते हैं। श्री चाकणकर पिछले 5 वर्षों से खाद बना रहे हैं। वह स्वच्छ गृह (वह घर जहां कम से कम कचरा उत्पन्न हो) को भी अपने जीवन का हिस्सा बना चुके हैं।

कैसे बनाएं खाद, वह भी बिलकुल शून्य लागत के साथ

चरण – 1. किचन के गीले कचरे को एक डिब्बे या ड्रम में डालें फल, सब्जियों के छिलके, कॉफी या फिर चायपत्ती जैसे किचन के कचरे को एक डिब्बे (किसी बाल्टी, ड्रम, मिट्टी का गमला आदि) में डालें। आपकी प्रक्रिया लगातार चलती रहे, इसलिए श्री चाकणकर के मुताबिक दो डिब्बे रखें। जब एक भर जाए तो दूसरे में डालना शुरू करें।

चरण – 2. सूखा कचरा मिलाएं सूखी पत्तियां, नारियल के छिलके जैसे सूखे कचरे को इकट्ठा करके गीले कचरे में मिलाएं। यह नमी को कंट्रोल करता है।

चरण – 3. सूक्ष्मजीव मिलाएं इस कचरे के अपघटन के लिए जरूरी है कि इसमें सूक्ष्मजीव हों। आप सूक्ष्म जीव पैदा करने के लिए इसमें थोड़ा पूर्व में बनी हुई जैविक खाद मिला सकते हैं। या केंचुआ भी मिला सकते हैं।साथ ही इन सूक्ष्मजीवों की प्रजाति को बढ़ाने के लिए इसमें छाछ मिला सकते हैं!

चरण – 4. ऑक्सीजन प्रदान करे इस तरीके से खाद बनाने के लिए जरूरी है कि इस मिश्रण में ऑक्सीजन हो। ऑक्सीजन होने से बदबू नहीं आएगी और कीड़े भी नहीं पनपेंगे। या तो आप अपने ड्रम में छोटे-छोटे छिद्र कर सकते हैं या फिर हर चार दिन में इस मिश्रण को ऊपर-नीचे करते रहें।

चरण – 5. लेयर बनाना इस तरीके से 40 से 45 दिनों में खाद बन जाती है। आपको बस किचन का कचरा इसमें मिलाते रहना है। मिश्रण बहुत ज्यादा गीला लगे, तो इसमें सूखी पत्तियाँ आदि मिला दें।