सफलता की कहानी दिव्यांग नितेश अब नहीं होगा हताश

 

खुद के वाहन से बेचेगा सब्जी और परिवार का करेगा भरण-पोषण

इन्दौर : जिला प्रशासन विशेष कर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की संवेदनशील पहल से इंदौर का नितेश अब नहीं रहेगा हताश। इस दिव्यांग युवा की हताशा अब लगभग पूरी तरह समाप्त हो गयी है। इस दिव्यांग युवा को कलेक्टर की पहल पर एक विशेष दो पहिया वाहन प्राप्त हो गया है। इस वाहन से वह सब्जी बेचेगा और परिवार का भरण-पोषण करेगा।

इंदौर के पारसी मोहल्ले में रहने वाले इस युवा ने पिछले दिनों अपनी समस्या कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी को बताई। इसने बताया कि वह दिव्यांग है और ऊपर से गरीब। दोनों समस्या एक साथ है। बेरोजगारी की भी बड़ी समस्या उसे दिन-रात हताशा से भर रही है। मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूं। परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी भी मेरे ऊपर है। कलेक्टर ने इस दिव्यांग की समस्या को गंभीरता के साथ सुना। चर्चा के दौरान उन्होंने संवेदनशील पहल करते हुए दिव्यांग को कुछ व्यापार करने की सलाह दी। दिव्यांग ने बताया कि वह सब्जी बेच सकता है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने तुरंत ही उसे एक विशेष प्रकार का रेट्रोफाइड वाहन स्वीकृत किया। इसके लिए उन्होंने रेडक्रास से राशि स्वीकृत करते हुए वाहन खरीदने की मंजूरी सामाजिक न्याय विभाग को दी। सामाजिक न्याय विभाग ने इस दिव्यांग को रेट्रोफाइड वाहन खरीदकर उपलब्ध करा दिया है। इस वाहन में वह छोटी ट्राली लगाकर सब्जी बेचेगा और अपने परिवार का चिंतामुक्त होकर भरण-पोषण करेगा।

उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी द्वारा दिव्यांगों की समस्याओं को प्राथमिकता से निराकृत किया जा रहा है। उन्हें हर जरूरी साधन और सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर की पहल पर इंदौर में अब तक इस तरह के लगभग सौ वाहन दिव्यांगों को वितरित किए जा चुके हैं।

 महिपाल अजय