देहरादून, 15 दिसंबर 2024: पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) गढ़वाल परिक्षेत्र श्री राजीव स्वरूप ने आज पुलिस कार्यालय देहरादून में जनपद देहरादून के समस्त राजपत्रित अधिकारियों, थाना/शाखा प्रभारियों के साथ अपराध समीक्षा गोष्ठी की। इस दौरान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने आईजी महोदय को जनपद में घटित अपराधों और पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियानों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
आईजी श्री राजीव स्वरूप ने इस गोष्ठी में अधिकारियों को अपनी प्राथमिकताओं से अवगत कराते हुए कई दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए त्वरित और प्रभावी कार्यवाही करने की आवश्यकता पर जोर दिया। गोष्ठी के दौरान दिए गए प्रमुख निर्देश निम्नलिखित थे:
- महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान:
ग्रामीण क्षेत्रों जैसे विकासनगर, डोईवाला, सहसपुर, रानीपोखरी आदि में महिला सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता बताया। उन्होंने इन क्षेत्रों में महिला अपराधों की रोकथाम के लिए संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए। - नशे के खिलाफ अभियान:
मुख्यमंत्री के “ड्रग फ्री देवभूमि 2025” विजन को साकार करने के लिए मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए अभिभावकों और छात्र संगठनों के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया गया। - यातायात नियमों का पालन:
ड्रंक एंड ड्राइव और नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर प्रभावी कार्यवाही की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए, दून पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियानों की सराहना की। साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिए गए। - पुलिस गश्त और पिकेट ड्यूटी की चेकिंग:
ठंड के मौसम में आपराधिक गतिविधियों में वृद्धि को देखते हुए सभी राजपत्रित अधिकारियों को रात्रि में नियमित रूप से गश्त और पिकेट ड्यूटी की चेकिंग करने के निर्देश दिए गए। क्षेत्राधिकारियों को अपने सर्किल के थाना क्षेत्रों में रात्रि में रुककर पुलिस व्यवस्था का जायजा लेने की सलाह दी गई। - सत्यापन प्रक्रिया को मजबूत करना:
बाहरी राज्यों से आने वाले व्यक्तियों और बड़े वाहनों के सत्यापन के लिए भी निर्देश दिए गए, ताकि आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। इसके अंतर्गत, औद्योगिक क्षेत्रों और ट्रक, कंटेनर चालक और उनके सहायकों का आकस्मिक सत्यापन करने का आदेश दिया गया। - सीसीटीवी कैमरे और अन्य तकनीकी उपायों को बढ़ावा देना:
महिला अपराधों की रोकथाम के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के अलावा, अन्य तकनीकी उपायों को भी प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया।
अंत में, पुलिस महानिरीक्षक ने एसएसपी देहरादून की नेतृत्व क्षमता की सराहना की और सभी अधिकारियों को बेसिक पुलिसिंग पर विशेष ध्यान देने तथा नियमित रूप से पुलिस कार्यों की समीक्षा करने की सलाह दी।
इस गोष्ठी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, पुलिस अधीक्षक नगर, ग्रामीण, यातायात, क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारी और अन्य पुलिस शाखाओं के अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस बैठक ने पुलिस विभाग में सुधार और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए नए दिशा-निर्देशों का निर्धारण किया।