डी.आई.टी. विश्वविद्यालय देहरादून में गणित विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
देहरादून। गणित विभाग, डीआईटी विश्वविद्यालय, देहरादून 12-14 अक्टूबर 2022 के दौरान अनुप्रयुक्त गणित और कम्प्यूटेशनल विज्ञान-2022 (आईसीएएमसीएस-2022) पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे संस्करण का आयोजन कर रहा है। सम्मेलन के संयोजक प्रो. जोगेंद्र कुमार ने हमें बताया कि सम्मेलन में भाग लेने के लिए देश-विदेश से १८० शोधार्थियों , शिक्षाविदों , एवं उद्यमियों ने पंजीकृत किया है । दुनिया भर के प्रसिद्ध गणितज्ञ जैसे प्रो. डी. बालेनु (कैंकया विश्वविद्यालय, अंकारा, तुर्की), प्रो. ओ.डी. माकिंडे (स्टेलनबोश विश्वविद्यालय, दक्षिण अफ्रीका), प्रो. पी. जी. सिद्धेश्वर (पूर्व में बैंगलोर विश्वविद्यालय, बैंगलोर ), प्रो. अली अकगुल (सीर्ट विश्वविद्यालय, येनी, तुर्की), प्रो. कंचना (तारापाका विश्वविद्यालय, चिली), प्रो. महेश नारायण , (वेस्टइंडीज विश्वविद्यालय, जमैका), प्रो. जी.पी. राजा शेखर (आईआईटी खड़गपुर, खड़गपुर), प्रो. आर.सी. मित्तल, (पूर्व में आईआईटी रुड़की, रुड़की), प्रो. नरेश एम चड्ढा (डीआईटी विश्वविद्यालय, देहरादून), प्रो. धर्मेंद्र त्रिपाठी (एनआईटी उत्तराखंड), प्रो. राजेश पांडे (आईआईटी-बीएचयू, वाराणसी), और प्रो. हरेंद्र सिंह (पीजी कॉलेज, गाजीपुर, भारत) सम्मेलन में बोलेंगे। सम्मेलन की कार्यवाही अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स (एआईपी), संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रकाशित की जाएगी जो स्कोपस अनुक्रमित है और वेब ऑफ साइंस का एक हिस्सा है। सम्मेलन की सार पुस्तक को भी इक मोनोग्राफ के रूप में आईएसबीएन और डीओआई के साथ प्रकाशित किया जा रहा है। इस सम्मेलन का पहला संस्करण वर्ष 2019 में आयोजित किया गया था और भारत और विदेशों के लगभग 150 शिक्षाविदों की भागीदारी के साथ एक बड़ी सफलता थी।
देहरादून। गणित विभाग, डीआईटी विश्वविद्यालय, देहरादून 12-14 अक्टूबर 2022 के दौरान अनुप्रयुक्त गणित और कम्प्यूटेशनल विज्ञान-2022 (आईसीएएमसीएस-2022) पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे संस्करण का आयोजन कर रहा है। सम्मेलन के संयोजक प्रो. जोगेंद्र कुमार ने हमें बताया कि सम्मेलन में भाग लेने के लिए देश-विदेश से १८० शोधार्थियों , शिक्षाविदों , एवं उद्यमियों ने पंजीकृत किया है । दुनिया भर के प्रसिद्ध गणितज्ञ जैसे प्रो. डी. बालेनु (कैंकया विश्वविद्यालय, अंकारा, तुर्की), प्रो. ओ.डी. माकिंडे (स्टेलनबोश विश्वविद्यालय, दक्षिण अफ्रीका), प्रो. पी. जी. सिद्धेश्वर (पूर्व में बैंगलोर विश्वविद्यालय, बैंगलोर ), प्रो. अली अकगुल (सीर्ट विश्वविद्यालय, येनी, तुर्की), प्रो. कंचना (तारापाका विश्वविद्यालय, चिली), प्रो. महेश नारायण , (वेस्टइंडीज विश्वविद्यालय, जमैका), प्रो. जी.पी. राजा शेखर (आईआईटी खड़गपुर, खड़गपुर), प्रो. आर.सी. मित्तल, (पूर्व में आईआईटी रुड़की, रुड़की), प्रो. नरेश एम चड्ढा (डीआईटी विश्वविद्यालय, देहरादून), प्रो. धर्मेंद्र त्रिपाठी (एनआईटी उत्तराखंड), प्रो. राजेश पांडे (आईआईटी-बीएचयू, वाराणसी), और प्रो. हरेंद्र सिंह (पीजी कॉलेज, गाजीपुर, भारत) सम्मेलन में बोलेंगे। सम्मेलन की कार्यवाही अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स (एआईपी), संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रकाशित की जाएगी जो स्कोपस अनुक्रमित है और वेब ऑफ साइंस का एक हिस्सा है। सम्मेलन की सार पुस्तक को भी इक मोनोग्राफ के रूप में आईएसबीएन और डीओआई के साथ प्रकाशित किया जा रहा है। इस सम्मेलन का पहला संस्करण वर्ष 2019 में आयोजित किया गया था और भारत और विदेशों के लगभग 150 शिक्षाविदों की भागीदारी के साथ एक बड़ी सफलता थी।