उपाध्याय बोले, 2002 में टिहरी की जनता ने मुझे दिया था आशीर्वाद
टिहरी। विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व पीसीसी चीफ किशोर उपाध्याय टिहरी विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने हैं। उपाध्याय ने उत्तराखण्ड जन एकता पार्टी के दिनेश धनै को हराया है। जबकि 2017 में भाजपा के टिकट पर विधायक बने और 2022 के चुनाव में टिकट न मिलने परभाजपाको छोड़कर कांग्रेस के टिकट पर लड़े धन सिंह नेगी तीसरे स्थान पर रहे। अपनी इस जीत का पूरा श्रेय उपाध्याय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी नीतियों को दिया है। इस चुनाव में उपाध्याय की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी । क्योंकि चुनाव के दौरान ही कांग्रेस ने उन्हें पार्टी विरोध गतिविधियों का आरोप लगाते हुए बाहर का रास्ता दिखाया था।
उत्तराखड में कांग्रेस ने अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष उपाध्याय को नामाकंन से ठीक पहले छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया था। इसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए थे और भाजपा ने उन्हें टिहरी विधानसभा सीट से टिकट दिया था। वहीं भाजपा के सिटिंग विधायक धन सिंह नेगी कांग्रेस को शामिल हो गए थे। कांग्रेस ने भी भाजपा के बागी को टिहरी से टिकट दिया था, इस चुनाव में नेगी तीसरे नंबर पर रहे ।
नवनिर्वाचित विधायक उपाध्याय ने कहा कि उनका जीत का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है। प्रधानमंत्री मोदी का महिलाओं के बीच जो जनाधार है उसका फायदा भाजपा को मिला है। किसानों और गरीबों को सरकारी योजनाओं को जो लाभ मिला है, उस कारण उन्हें ये जीत मिली है। उपाध्याय ने कहा कि टिहरी की जनता ने इस बार अहंकार को हराया है। लोकतंत्र में मतदाता भगवान होता है। 2002 में भी टिहरी की जनता से उन्हें आशीर्वाद दिया था। उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने ही टिहरी के केंद्रीय विद्यालय को हाईस्कूल से इंटर करवाया था। टिहरी के डिग्री कॉलेज में आज नाम भले ही कोई लगा लें, मगर काम उन्होंने ही किया था। टिहरी के लिए उन्होंने कई काम किए हैं। उपाध्याय ने यहां तक कहा कि यदि वे 2012 का चुनाव नहीं हारते तो मुख्यमंत्री जरूर बनते। उन्होंने कहा कि मेरी ही बदौलत हरीश रावत उत्तराखड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बने थे। कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि मुझे सबने अभिमन्यु की तरह घेरकर मार दिया था। उपाध्याय ने टिहरी को लेकर अपनी योजनाओं के बारे में भी खाका सामने रखा ।
उपाध्याय ने भाजपा का आभार जताते हुए कहा कि उन्हें कोई टिकट नहीं मांगा था, फिर भी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया। कांग्रेस में भी रहते हुए उन्होंने कभी टिकट नहीं मांगा। उपाध्याय ने कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा को 2017 के बाद 2022 में भी विकास के कारण बहुमत दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मेें एक बार फिर डबल इंजन सरकार का फायदा उत्तराखण्ड और यहां की जनता को मिलेगा।